वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ( Union Ministry of Home Affairs ) जमात और रोहिंग्या मुश्लिमों ( Rohingya Muslims ) के बीच कनेक्शन होने की आशंका जताई है।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि रोहिंग्या और तबलीगी जमात के बीच संबंधों की जांच की जाए।
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यही नहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम और उनके रिश्तेदारों का भी कोरोना टेस्ट होना चाहिए। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में राज्य सरकारों से सभी जरूरी कदम उठाने की बात कही।
गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकारों को लिखे गए पत्र में कहा गया कि एक रिपोर्ट में पता चला है कि रोहिंग्या मुस्लिम तबलीगी जमात के इज्तिमा समेत कई अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए थे।
इसलिए आशंका जताई जा रही है कि रोहिंग्या मुस्लिम भी कोविड—19 के शिकार हो सकते हैं।
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आपको बता दें कि हैदराबाद के कैंप में बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम रह रहे हैं।
वहीं, तेलंगाना के कैंपों में रह रहे रोहिंग्या लोगों ने भी हरियाणा के मेवात में आयोजित तबलीगी जमात के आयोजन में हिस्सा लिया था। फिर यही लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में भी शामिल हुए थे।