कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में दिखेगा विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन बेटी की ख्वाहिश पूरी की दरअसल पवन शर्मा ने अपने इस छोटे से ईजाद के जरिए अपनी बेटी के सपने को भी पूरा किया है। किस्सा कुछ यूं है कि एक दिन उनकी बेटी अपनी मां को कपड़ों पर प्रेस करता देख अपने पापा (पवन शर्मा ) से छोटी प्रेस बनाने की जिद करने लगी। बेटी को जिद करता देख पवन ने सोचा कि क्यों न प्रेस का ही एक मिनिएचर बना लिया जाएं लेकिन ऐसा करने के लिए कुछ ऐसे सामानों की जरूरत थी जो कि बाजार में मिल पाना मुश्किल था। ऐसे में पवन घर में कबाड़ के रूप में पड़ी वस्तुओं से प्रेस को बनाने के लिए जरूरी सामानों को तलाशने लगे, जैसे कि एल्युमिनियम, प्लास्टिक हैंडल,पिन, मोबाइल चार्जर इत्यादि की मदद से मात्र एक सप्ताह के भीतर ही पवन ने नाखून के आकार के एक प्रेस को बना डाला।
कर्नाटक: जोड़-तोड़ के बाद आखिर इस्तीफा देने पर क्यों मजबूर हुए येदियुरप्पा ! मिनिएचर आर्टिस्ट हैं पवन इस प्रेस का आकार 17 मिमी ऊंचा, 9 मिमी चौड़ा और 2.5 मिमी मोटा है और ये 12 वोल्ट डीसी इलेक्ट्रि करंट से चलता है। बता दें कि इन चीजों को बनाने में पवन को महारत हासिल है जैसे कि इससे पहले वो पेंसिल की नोंक पर 130 तरह के डिजाइन बना चुके हैं और इसके साथ ही सबसे छोटा जूता और सबसे छोटी केतली तक का निर्माण उन्होंने किया है और इसके चलते उनका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।