दरअसल घरवालों का आरोप था कि उनकी लड़की का अपहरण कर लिया गया है, लेकिन उनकी बेटी को जब पुलिस ढूंढकर लाई, तो बेटी ने साफ कह दिया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था, वह खुद अपनी इच्छा से गोलू तोमर के साथ गई थी, वह उसी से प्यार करती है और उसी से शादी भी करना चाहती है, इसके बाद पुलिस ने लड़की को एक कमरे में बिठा दिया, जब परिजन थाने पहुंचे तो वे उसको ले जाने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोका, इस कारण पुलिस और परिजनों के बीच जमकर बहस और कहासुनी हो गई।
अस्पताल में मचा दिया था हंगामा
जानकारी के अनुसार चंद दिनों पहले राजवीर खटीक व कमलेश खटीक सहित करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने आरोप लगाया था कि उनके पड़ोसी द्वारा उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया है, उन्होंने गोलू तोमर, भानू तोमर, शालू तोमर सहित अन्य पर अपहरण का आरोप लगाया था, उनका आरोप था कि उनकी बेटी को ये लोग जबरन गाड़ी में बिठाकर ले गए, इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती देख, नवविवाहिता के परिजन जिला अस्पताल में किसी कार्यक्रम में आए केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर की गाड़ी के सामने लेट गए थे, काफी देर हंगामें के बाद मामला आश्वासन के बाद शांत हुआ था, इस मामले में जब पुलिस नवविवाहिता को खोज लाई तो कहानी पूरी तरह से बदल गई।
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नवविवाहिता ने कहा जबरन कराई मेरी शादी
नवविवाहिता ने भानू खटीक ने बयान दिए हैं कि उसकी शादी 22 अप्रेल 2022 को बरवाई गांव में एक व्यक्ति के साथ हुई थी। शादी के बाद वह गौने की विदा के तहत धनेटा गांव अपने मायके आई थी। 10 मई को वह बहन वंदना खटीक के साथ बाजार गई थी। उसी समय गोलू तोमर व उसके साथी वहां पहुंचे जिनके साथ वह चली गई थी। नवविवाहिता बोली कि वह गोलू तोमर से पहले से ही प्यार करती थी और उससे ही शादी करना चाहती थी। लेकिन उसके घरवाले खिलाफ थे। घरवालों ने उसकी मर्जी के बिना जबरन शादी कर दी थी।