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जासूसी के आरोप में सेना की छावनी से गिरफ्तार युवकों को लेकर चौंकाने वाली सच्चाई आई सामने

locationमुजफ्फरनगरPublished: Aug 03, 2019 07:44:02 pm

परिजनों ने हिरासत में लिए गए युवाओं को बताया निर्दोष
आरोपी 10 से 12 सालों से वेल्डिंग का काम कर रहा

muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर. हरियाणा के हिसार में सेना की छावनी से पकड़े गए 3 संदिग्ध युवकों में से 2 युवक मुज़फ्फरनगर के थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरपुर के रहने वाले हैं, जबकि एक युवक शामली जिले के थाना थाना भवन क्षेत्र के गांव मसावी का रहने वाला ह। इन युवकों की गिरफ्तारी की खबर जैसे भी युवकों के परिजनों और ग्रामीणों को मिली तो परिवार में मायूसी छा गई। ग्रामीण और आरोपियों के परिजन युवकों को निर्दोष बता रहे हैं।
दरअसल, मुजफ्फरनगर जिले के थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरपुर में ग्रामीणों को सूचना मिली कि गांव के युवक मेहता पुत्र हनीफ, रागिब पुत्र सलीम हरियाणा के हिसार जिले में स्थित सेना की छावनी में जासूसी के आरोप में पकड़े गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण हैरान हो गए। वहीं, दोनों युवकों के परिजन भी परेशान हो गए। जहां एक युवक रागिब पुत्र सलीम के भाई मुजम्मिल का कहना है कि रागिब एक हफ्ता पहले मजदूरी करने के लिए सहारनपुर के रहने वाले एक ठेकेदार के साथ हरियाणा में गया था, क्योंकि यहां कांवड़ की वजह से सभी काम बंद थे। इस वजह से ईद मनाने के लिए मेहनत मजदूरी करने चला गया था। मगर पता नहीं इस बीच क्या हुआ कि उसे वहां गिरफ्तार कर लिया गया। रागिब के पास एंड्रॉयड फोन भी नहीं है और न ही उनकी पाकिस्तान में कोई रिश्तेदारी या संबंध है। उसका भाई केवल मेहनत मजदूरी के लिए बाहर गया हुआ था। वह निर्दोष है, हम सरकार से चाहते हैं कि सरकार जांच कर हमारे भाई को जल्द से जल्द रिहा करें। रागिब के परिवार 8 भाई है। बड़ा भाई मुजम्मिल अपंग है। उसके दो बच्चे हैं और पिता बीमार हैं। लिहाजा, उनकी गिरफ्तारी मिलते ही रागिब के घर पर ग्रामीणों का तांता लग गया। हर कोई ये ही कहता मिला कि रागिब निर्दोष है। वह कभी गलत गतिविधियों में शामिल नहीं रहा।
वहीं, दूसरे युवक मेहताब पुत्र हलीम के घर भी कई लोग इकट्ठा मिले। जहां मेहताब की मां मुनिफा रोती बिलखती मिली। मीडिया को जानकारी देते हुए मुनिफा ने बताया कि मेहताब मेहनत मजदूरी करता है, जो वेल्डिंग का काम करता है। इससे पहले वह मुजफ्फरनगर फैक्ट्रियों में काम करता था। उसने मुजफ्फरनगर के रेलवे स्टेशन पर भी लगभग 6 माह तक वेल्डिंग का काम किया। इससे पहले मेहताब ने जनपद शामली के कस्बा कांधला में स्थित एक मदरसे में बच्चों को उर्दू पढ़ाने का काम भी किया है। मेहताब हिंदी पढ़ा लिखा नहीं है, लेकिन वह उर्दू का अच्छी जानता है। मदरसे में पढ़ाने से घर का खर्च नहीं उठा पाते थे, जिस वजह से एक फैक्ट्री में वेल्डिंग का काम सीख लिया और लगभग 10 से 12 सालों से वेल्डिंग का काम कर रहा है। सहारनपुर के ठेकेदार के साथ हरियाणा गया था। जहां से सूचना आई कि उसे गिरफ्तारकर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मेहताब निर्दोष है। वह कभी गलत काम नहीं कर सकता।
पाकिस्तान में है मेहताब की बुआ और मामा का परिवार
हिसार में पकड़े गए मुजफ्फरनगर के गांव शेरपुर निवासी मेहता पुत्र हनीफ की बुआ और मामा का परिवार पाकिस्तान में है। यह खुलासा मेहताब की मां मुनिफा ने किया है। उसने बताया कि उनकी ननद हनीफा की शादी बंटवारे के कुछ सालों बाद पाकिस्तान गए याकूब के साथ हुई थी, जो जिला मियांवाली गांव लखुर में रहते हैं। उनके दो बेटे हैं, जिसमें एक बेटा सत्तार पाकिस्तानी सेना में है, जबकि दूसरा तारीक मास्टर है। उसने कहा कि उनका पाकिस्तान में आना-जाना तो नहीं है। मगर फोन पर बातचीत जरूर हो जाती है। उन्हीं का फोन नंबर मेहताब के फोन में था, जिसमें इसके साथ ही मुनिफा का भाई भी पाकिस्तान में ही रहता था जिसकी मौत हो गई थी। अब उसके बेटे गांव आलमपुर जिला मुल्तान में रहते हैं। उनके पास उनका कोई आना-जाना नहीं है। मुनिफा का कहना है कि उसका बेटा केवल खाने कमाने गया था, वह निर्दोष है। उसको गलत फंसाया गया है।
वहीं, गांव शेरपुर के लोगों का कहना है कि दोनों युवक बेहद शरीफ है। कहीं, कोई किसी मामले में इनका आज तक कोई नाम भी नहीं आया, जो हरियाणा में केवल मजदूरी के उद्देश्य से गए थे। ठेकेदार के साथ वेल्डिंग का काम कर रहे थे। फोन में फोटो और वीडियो की बात को लेकर उन्हें कहा कि फोटो केवल शौक के लिए खींच लिए होंगे।

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