भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार भाजपा राज्य कार्यसमिति को संबोधित किया।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा, जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी का गठबंधन लड़ेगा चुनाव।
इस दौरान कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी और केंद्र सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया।
JP Nadda address Bihar Pradesh BJP Working Committee, says- will fight with JDU, LJP together
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), और लोक जनशक्ति पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव जीतेंगे। यह बात भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार भाजपा राज्य कार्यसमिति को संबोधित करते हुए कही।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने किया खुलासा, कब तक भारत में आएगी कोरोना वैक्सीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार के पार्टी सदस्यों से केंद्र और राज्य स्तर पर पार्टी के कल्याणकारी कार्यों के बारे में राज्य के लोगों को अवगत कराने का आग्रह किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर देश भर में इस चरण के दौरान शुरू किए गए विभिन्न उपायों जैसे समर्पित COVID-19 अस्पताल, मास्क का उत्पादन और पीपीई किट के बारे में भी बात की।
इस दौरान नड्डा ने कहा कि बिहार के विषय में हम सब जानते हैं कि देश की राजनीति में एक विशेष स्थान बिहार ने हमेशा रखा है। चाहे वो राजनीतिक विषय हो, सामाजिक विषय हो, सांस्कृतिक पक्ष हो, हर क्षेत्र में बिहार ने नेतृत्व किया है। बिहार ने राजनीतिक और सामाजिक चेतना को बहुत ही ऊपर रखा है। चंपारण सत्याग्रह को या नव निर्माण आंदोलन को या जय प्रकाश जी को हम याद करें, तो हमें पता लगता है जब सभी ने समझौता कर लिया था, तब बिहार ने नेतृत्व दिया है।
महामारी से जूझते देश को लेकर नड्डा बोले कि कोरोना ऐसी बीमारी है जिसको भूतकाल में किसी ने नहीं देखा था। विकसित से विकसित देशों ने भी कोरोना संकट में खुद को असहाय समझा। ऐसे समय में मोदी जी ने स्पष्ट कहा कि जान है, तो जहान है। 130 करोड़ देशवासियों को सुरक्षित करने के लिए उन्होंने समय पर लॉकडाउन का फैसला लिया। बिहार का रिकवरी रेट आज 73.48 प्रतिशत है। 10 करोड़ डोर टू डोर स्क्रीनिंग बिहार में की गई हैं। राज्य में 35 हजार से बढ़कर आज 1 लाख टेस्ट हो रहे हैं। इसके लिए में बिहार सरकार को बधाई देता हूं।
ऐसे ही बरसात होती रही तो सावधान हो जाएं दिल्ली वाले, इन इलाकों में बाढ़ का खतरा इसके अलावा भारत के विकास को लेकर उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत से देश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया है। 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। 3 लाख करोड़ रुपये एमएसएमई सेक्टर को दिया गया, इसमें से 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा वितरित भी कर दिए गए हैं। कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं। लगभग 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आसान और रियायती क्रेडिट देना सरकार ने तय किया है। इसके लिए किसानों को प्रेरित करना भी हमारा ही काम है।
इतना ही नहीं नड्डा ने बिहार के विकास को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल की बात की है। बिहार में हमें मखाना उद्योग को आगे बढ़ाना है, मधुबनी पेंटिंग, भागलपुर के शिल्क उद्योग को भी हमें आगे बढ़ाना है। मुजफ्फरपुर की लीची, मधुबनी का शहद, इन सबको हमें आत्मनिर्भर भारत के तहत आगे बढ़ाना है। आज हम बड़े गौरव के साथ कह सकते हैं कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आजाद भारत में, आजाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी है। इस पॉलिसी की विशेषता को सभी कार्यकर्ता समझें, इसके बुनियादी ढांचे को समझें।
स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर किए गए सुधार के बारे में उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री ने डिजिटल हेल्थ केयर की बात की है। देश में आप कहीं भी चले जाएं, आपके डिजिटल हेल्थ कार्ड में आपके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी होगी। इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आएगी।
CET से युवाओं के लिए कौन-कौन सी Govt Jobs का दरवाजा खुलेगा, ये रही पूरी जानकारी नड्डा ने आगे कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि बिहार ने कोविड संकट, चाहे बिजली गिरने से लोग हताहत हुए वो संकट हो और बाढ़ राहत के कार्यों में आप सब लोगों ने बहुत अच्छा कार्य किया है। लगभग 20 लाख प्रवासी श्रमिकों को आपने 203 करोड़ रुपये की राहत पहुंचाई है। इसी तरीके से किसानों की क्षतिपूर्ति के लिए लगभग 12.35 लाख किसानों को आपने 417 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है।
गौरतलब है कि बिहार में सत्ता बरकरार रखने का लक्ष्य रखने वाली पार्टी ने हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चुनाव के लिए तैयारी के अंतिम चरण से पहले राज्य में जाने के लिए नियुक्त किया था। बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने वाले हैं क्योंकि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त होने वाला है। चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार में कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव की अंतिम तारीख नहीं ली है और राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे हैं।