मंगलवार दोपहर को फेसबुक लाइव के जरिये पीएम मोदी ने कहा, “कहते हैं जो भी काशी की तपोभूमि में एक बार आया, वो यहीं का होकर रह गया। बीते पांच वर्षों में मैंने भी प्रतिपल इसका अनुभव किया है। मेरे राजनीतिक और आध्यात्मिक जीवन को दिशा देने में काशी का बहुत बड़ा अनुभव रहा है। काशी मेरे लिए सिर्फ दो अक्षर नहीं बल्कि मेरे रोम-रोम में बसी अध्यात्म-धर्म और संस्कृति की एक अविरत प्रेरणा है।”
चुनाव प्रचार से दूर रहने वाले आठ बार के सांसद ‘गुरुजी’ को नहीं है पीएम मोदी से डर पीएम ने आगे कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आपने एक सेवक के रूप में काशी की पवित्र भूमि पर काम करने का अवसर दिया। जिस काशी पर बाबा विश्वनाथ मोहित हों, उसे किसी की क्या आवश्यकता है। मेरा जीवन काशी और काशीवासियों के कुछ काम आ सका इसका मुझे संतोष है।”
उन्होंने कहा, “काशी के धार्मिक और ऐतिहासिक महात्म्य में एक ईंट भी जोड़ना बहुत बड़ा सौभाग्य होता है। काशी के लोगों ने मुझे यह मौका देकर मेरा जीवन धन्य कर दिया है। मुझे यह गर्व है कि पिछले पांच वर्षों में जनभागीदारी के साथ वाराणसी शहर विकास की जिस नई राह पर चल पड़ा है वो देश के लिए एक मिसाल है। आवास हो या शौचालय, मुफ्त एलपीजी हो या बिजली कनेक्शन, वाराणसी ने हर क्षेत्र में आदर्श उदाहरण पेश किया है।”
राम मंदिर मुद्दे पर बोले पीएम मोदी, हमारा स्टैंड शुरू से स्पष्ट है काशी के विकास के बारे में चर्चा करते हुए वह बोले, “दीनदयाल हस्तकला संकुल के निर्माण से जहां हस्तशिल्पियों और बुनकरों के परंपरागत हुनर को विश्व के बाजारों में जगह मिली, वहीं दो नए कैंसर अस्पताल न सिर्फ काशीवासियों के लिए बल्कि इस पूरे क्षेत्र के लिए राहत बनकर आए। जहां रजक समाज के लिए घाट का निर्माण किया गया है वहीं किसान-उद्यमी-व्यापारी-युवा और काशी की शान हमारे गंगापुत्र यानी मल्लाह भाई-बहनों के विकास के लिए भी सभी प्रयास किए किए गए।”
उन्होंने बताया, “चाहे बाबतपुर से नगर तक की फोर लेन सड़क हो या रिंग रोड हो, मंडुआडीह स्टेशन हो या फिर गंगाजी पर मल्टीमॉडल टर्मिनल हो, इंफ्रास्ट्रक्चर के हर मामले में वाराणसी आमूलचूल परिवर्तन का गवाह बना है। विकास ही नहीं आध्यात्मिक क्षेत्र में भी काशी ने एक नई लकीर खींच दी है। बाबा विश्वनाथ मंदिर से मां गंगा के दर्शन हो, काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण हो, या फिर काशी के घाटों की रौनक, हर कोई काशी के इस रूप से अभिभूत है। आज जब दूसरे देेशों के राष्ट्राध्यक्ष भी काशी की प्रशंसा करते हैं तो हर हिंदुस्तानी का मन खुश हो जाता है।”
वो 10 राजनेता जो आजतक कोई भी लोकसभा चुनाव नहीं हारे वाराणसी के बारे में उन्होंने कहा, “काशी की महिमा अपरंपार है। इसे शब्दों में समेटा नहीं जा सकता। जब काशी पर लिखने के लिए मैंने कलम उठाई तो कुछ ही शब्द लिख पाया।
पुरातन, पुनीत,परिमल काशी,
अडिग, अप्रतिम, अविरल काशी,
निरंतर, निर्विघ्न, निर्मल काशी,
विशिष्ट, विकसित, विमल काशी।” पीएम मोदी ने काशीवासियों पर भरोसा जताते हुए कहा, “पिछले पांच वर्षों में हम सबने मिलकर बहुत कुछ किया है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। और मिलजुल कर करना है। हमारा संकल्प है कि विकास की इस गति को थमने नहीं देना है। इस बार जब मैं नामांकन करने आया था तो रोड शो के बाद आप ही लोगों ने मुझे आदेश दिया था कि अब आप मत आइए, सबकुछ हम संभाल लेंगे। मुझे पता है। मुझे आपके शब्दों पर विश्वास है। मेरे लिए आपके वो शब्द नहीं थे, वादा था।”
लोकसभा चुनाव 2019: इन 7 सीटों पर है दिलचस्प मुकाबला, आपको होनी चाहिए जानकारी उन्होंने चुनाव के संबंध में कहा, “पिछले कई दिनों से जो मुझे खबर मिल रही है, आप सब जी जान से लगे हैं। हर काशीवासी आज स्वयं में नरेंद्र मोदी बनकर चुनाव लड़ भी रहा है, चुनाव लड़ा भी रहा है। मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं, क्योंकि आपने मुझे इतना दिया है जिसको मैं गिना भी नहीं सकता। हर काशीवासी सबकुछ जानता है, क्या करना है, क्या नहीं करना है। क्यों करना है, कैसे करना है।”
बढ़चढ़कर मतदान की अपील करते हुए मोदी ने कहा, “बस मैं इतना कहना चाहता हूं कि 2019 में आप भी लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में जरूर शरीक होइएगा, वोट देने अवश्य जाइएगा। इतना ही नहीं अपने आस-पड़ोस, परिवार-साथियों को वोट करने के लिए प्रेरित भी कीजिएगा। और क्यों न हम उत्सव के रूप में मतदान करें। सारा देश काशी की ओर देख रहा होगा उस दिन। अपनी परंपरागत वेशभूषा, गाजे-बाजे के साथ निकलें, चमक-दमक के साथ निकलें, काशी की पहचान बनाकर निकलें। देश और दुनिया टीवी पर उस दिन आपको देखेगी। गर्मी बढ़ रही है इसलिए अपनी सेहत का भी ख्याल रखिएगा। पहले मतदान फिर जलपान। मतदान के बाद आप लोग सेल्फी खींचे बिना रहने वाले नहीं हो, मुझे पता है। सेल्फी को सोशल मीडिया पर जरूर डालिएगा। मैं आपकी तस्वीर देखूंगा और परोक्ष रूप से आपका आशीर्वाद भी प्राप्त करूंगा।”
“एक बात और कहना चाहता हूं, मेरे लिए नहीं, नरेंद्र मोदी के लिए भी नहीं, काशी के लिए। जब पूरा हिंदुस्तान काशी की ओर देख रहा हो तो काशी को नया रिकॉर्ड भी बनाना चाहिए। पूरे उत्तर प्रदेश, हिंदुस्तान का रिकॉर्ड काशी क्यों न तोड़े। हर-हर महादेव, हर-हर गंगे।”