पीड़ित ने बताया अपना दर्द
बोरी पी निवासी कमलेश निनामा ने बताया कि तीन महीने पहले उसकी पत्नी संतोष की तबीयत खराब होने पर वह पीपलखूंट में एक निजी
चिकित्सालय पर डॉक्टर मनसुख को दिखाने गया। यहां चिकित्सक ने बिना जांच किए उसे हाइ डोज दे दिया। जिस पर रास्ते में ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में पीपलखूंट थाने में मनसुख के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया गया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मनसुख को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में समाजजनों और पंचों के दबाव के कारण उसने मनसुख के साथ तीन लाख 5 हजार रुपए में राजीनामा कर लिया।
बलात्कार के झूठे मामले में फंसा देंगे
13 सितंबर को मनसुख ने उसे 25 हजार रुपए दिए और बाकी की रकम कुछ दिनों बाद देने की बात कही। लेकिन बाद में वह बाकी के रुपए देने में आनाकानी करने लगा और 15 नवंबर को जब वह उसके घर पर रुपए लेने गया तो उसने धमकाया तथा घर की महिलाओं ने उसके ऊपर पत्थर फेंके।
डॉक्टर ने कहा कि अब रुपए मांगने आया तो बलात्कार के झूठे मामले में फंसा देंगे।
इंसाफ की लगाई गुहार
पूरे मामले को लेकर कमलेश ने आज परिजनों और ग्रामीणों के साथ मिनी सचिवालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप तथा इंसाफ की गुहार लगाई।