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बेजोड़ इंजीनियरिंग का नमूना, जैक सिस्टम से 7 फीट हवा में उठा दिया 25 साल पुराना मकान

locationरायपुरPublished: Feb 26, 2020 07:27:36 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अब तक 5 हजार से ज्यादा मकानों का लिफ्ट किया है। कंपनी के द्वारा 200 वर्ग फीट के हिसाब से चार्ज किया जाता है। कंपनी के संचालक मुकेश भाई के पिता पुरुषोत्तम भाई से उन्होंने यह तकनीक सीखी थी। मुकेश भाई कोई इंजीनियर नहीं बल्कि बीए पास हैं।

बेजोड़ इंजीनियरिंग का नमूना, जैक सिस्टम से 7 फीट हवा में उठा दिया 25 साल पुराना मकान

बेजोड़ इंजीनियरिंग का नमूना, जैक सिस्टम से 7 फीट हवा में उठा दिया 25 साल पुराना मकान

रायपुर. शहर में 25 साल पुराने मकान को 7 फीट ऊंचा उठाने जैक तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। यदि मकान का नए सिरे से निर्माण करते तो 25 लाख का खर्च होता, लेकिन महज 5 लाख खर्च में मकान को लिफ्ट कर ऊंचा किया जा रहा है। बिना तोडफ़ोड़ के ही जैक सिस्टम से दो मंजिला मकान को सड़क के ऊपर उठाएंगे।

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भनपुरी के हिम्मत भाई पटेल के मकान को उठाने के लिए गुरूदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी के 22 से ज्यादा कारीगर लगे हैं। यह मकान करीब 2000 वर्गफीट बनाया गया था। 25 साल पुराने मकान के सामने की निर्माण के कारण सड़क में सीमेंट फिर डामर की परत चढ़ती गई और मकान 6 फीट नीचे हो गया।

बारिश के दिनों में मकान रहने के काबिल नहीं रहता था। मकान को उठाने के लिए हिम्मत भाई पटले ने गुजरात की कंपनी से संपर्क किया के इंजीनियरों की मदद लेकर जैक सिस्टम लगाने के इंतजाम किए। भनपुरी क्षेत्र में संभवत: ऐसा पहली बार हो रहा है, जब बगैर तोडफ़ोड़ के 8 फीट नीचे नींव से मकान को जैक के सहारे उठाया जाएगा। 30 से 40 दिन में मकान का लेवल सड़क की ऊंचाई से ऊपर होगा।

कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अब तक 5 हजार से ज्यादा मकानों का लिफ्ट किया है। कंपनी के द्वारा 200 वर्ग फीट के हिसाब से चार्ज किया जाता है। कंपनी के संचालक मुकेश भाई के पिता पुरुषोत्तम भाई से उन्होंने यह तकनीक सीखी थी। मुकेश भाई कोई इंजीनियर नहीं बल्कि बीए पास हैं।

26 कॉलम की जगह में 350 जैक

मकान को ऊपर लिफ्ट करने के लिए कारीगरों ने सबसे पहले नीचे नींव से अटैच 26 कॉलम को काटने का फैसला लिया है। काटे गए कॉलम की जगह में 350 जैक फिट होंगे। एक जैक 15 से 16 केजी का है, लेकिन भार उठाने की इनकी क्षमता 80 टन तक की है। 2000 फीट रकबे में तैयार दो मंजिला भवन का वजन 800 टन के आसपास होने के अंदाज से काम शुरू हुआ है।

पांच फीट तक मकान लिफ्ट करने का खर्चा 200 रुपए वर्गफीट

अहमदाबाद की गुरुदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी पुराने मकान को एक से पांच फीट तक लिफ्ट करने के लिए 200 रुपए प्रति वर्गफीट के हिसाब से ठेका लेती है। इससे ऊपर मकान लिफ्ट कराने पर प्रति वर्गफीट 50 रुपए फीट के हिसाब से अतिरिक्त चार्ज देना होता है।

बेहद सतर्कता का काम

कंपनी के संचालक ने बताया कि इस काम में सावधानी जरूरी है। क्योंकि कोई भी जैक कम या ज्यादा उठेगा तो बैलेंस बिगड़ जाएगा। इसलिए हर मिनट पर आवाज देकर प्रत्येक कॉर्नर व बीच में काम करने वाले मजदूरों को चेताया जाता है।

2014 में पहला मकान हुआ था लिफ्ट

2014 में जलविहार कॉलोनी में राकेश लालवानी के 1800 वर्गफीट के मकान को लिफ्ट किया गया था। इसे लिफ्ट हरियाणा की आशीर्वाद लिफ्ट एंड शिफ्ट ने 250 रुपये प्रति वर्ग फीट में किया था। कुल करीब 4.5 लाख रुपए का खर्च आया था। उनका मकान डेढ़ फीट नीचे होने के कारण मकान में नाली और बारिश का पानी भर जाता था, ऐसा न हो इसलिए मकान ऊपर उठवाया गया था।

ऐसे लिफ्ट किया जा रहा है मकान

– सबसे पहले मकान को खाली कराकर अंदर के फर्श को खोदा और नींव को साइड से उखाड़कर दासे की पटिया के नीचे लोहे के एंगल फंसाए।
– समूचे एंगलों को वेल्डिंग करके एक समान बेस तैयार किया और उसके नीचे जैक लगाए। 350 जैक लगाकर उन्हें एक साथ आधा-आधा इंच उठाना शुरू किया।

– जैक को लीवर से चलाने के लिए 22 एक्सपर्ट मजदूर लगे हैं जो हेड मिस्त्री की कमांड मिलने के बाद एक साथ सभी जैक को आधा-आधा इंच ऊपर उठाते हैं।
– जब 350 जैक आधा इंच ऊपर आ जाते हैं तब दोबारा से फिर एक-एक करके सभी जैक लीवर के सहारे आधा इंच उठाए जाते हैं। यह प्रक्रिया दिन भर चलती है।

-दस दिन में हिम्मत भाई पटेल का मकान ढाई फीट ऊपर उठ चुका है और अब इसे सात फीट तक उठाया जाना है। कंपनी के संचालक मुकेश भाई के मुताबिक 20 दिन में यह काम पूरा हो जाएगा।

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