नक्सलियों के बंद के कारण रविवार को चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, पलामू, लातेहार और गढ़वा जिले से खुलने वाली लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन बाधित रहा। यात्री बसों का परिचालन नहीं होने से यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और ऑटो व अन्य छोटे वाहनों से लोग अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचे, लेकिन इसके लिए यात्रियों को अधिक किराया देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पुलिस की ओर से किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नक्सली बंदी को लेकर स्थानीय पुलिस-प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य प्रमुख मार्गां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य सभी प्रमुख राजमार्गां पर दिनभर पुलिस गश्त जारी रही। अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों के धरपकड़ के लिए विशेष छापामारी अभियान भी चलाया गया। गिरिडीह जिले के पासरनाथ क्षेत्र में भी नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस पूरी तरह से सर्तक है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भयभीत दिखाई दिए लोग
बंद का शहरी जनजीवन पर कोई असर नहीं देखा गया, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कुछ भयभीत जरुर नजर आए, लेकिन इसके बावजूद कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस नक्सली बंदी का रांची समेत दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल, कोल्हान और संताल परगना प्रमंडल के जिलों में कोई असर देखने को नहीं मिला।
गौरतलब है कि टीएसपीसी की ओर से संगठन के तीन सदस्यों के मुठभेड़ में मारे जाने के खिलाफ बंद का आह्नान किया गया था। बंद से आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया।
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