ऑनलाइन रेल टिकट अगले महीने से एक फीसदी महंगा करने की तैयारी शुरू हो गई है। रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कारपोरेशन ( आईआरसीटीसी ) ने ई-टिकट पर फिर सर्विस टैक्स वसूलने का फैसला लिया है। रतलाम में इसके लिए ई-टिकट के एजेंटों को अधिकृत सूचना भी भेज दी गई है। सर्विस टैक्स लागू होने से स्लीपर से लेकर एसी तक के ई-टिकट पर न्यूनतम 25 से 100 रुपए ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। इस बारे में सूचना मिलने के बाद ई-टिकट के एजेंटों ने भी इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है व नियमित रुप से टिकट की बुकिंग करवाने वाले यात्रियों को इस बारे में बता दिया है।
नोटबंदी के बाद हटाया था बता दे कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए ई-टिकट पर लगने वाला सर्विस टैक्स वापस ले लिया गया था। कहा गया था कि इससे ई-टिकट को बढ़ावा मिलेगा। कुछ हद तक ई-टिकट का चलन भी बढ़ा है। रेलवे अफसरों के मुताबिक इस वक्त रोज जारी होने कुल रिजर्वेशन टिकट में ई-टिकट की हिस्सेदारी लगभग 55 से 60 फीसदी है। वर्ष 2016 में ई-टिकट रोजाना कुल जारी होने वाले टिकट का 35 से 40 फीसदी था। रेलवे के रिकॉर्ड के मुताबिक रतलाम में करीब 10 से 12 हजार ऑनलाइन रिजर्वेशन टिकट रोज जारी होते हैं। आईआरसीटीसी ने ई-टिकट के अधिकृत एजेंटों को सर्विस टैक्स के बारे में सूचित कर दिया है।
अगले माह से मिलेगा झटका रेलवे टिकट के एक एेजेंट ने बताया कि सर्विस टैक्स सितंबर से प्रभावी हो सकता है। आईआरसीटीसी एजेंट पूजा के अनुसार सर्विस टैक्स फिर से लगाने की सूचना आ चुकी है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि सर्विस टैक्स की दरें किस दिन से प्रभावी होंगी। मौखिक बताया गया है कि सितंबर के पहले सप्ताह से ई-टिकट पर सर्विस टैक्स देना पड़ सकता है। इसलिए हमने भी अपने नियमित रुप से बुकिंग करने वाले यात्रियों को इस बारे में सूचना दे दी है।