46 सालों से क्यों चांद पर नहीं पहुंच पाया कोई यात्री, हैरान कर देने वाली सच्चाई आई सामने
भारतीय विज्ञान कांग्रेस का हिस्सा है महिला विज्ञान कांग्रेस
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने समाज में महिलाओं के विरुद्ध निहित पूर्वाग्रह का जिक्र करते हुए कहा कि इससे अति प्रतिस्पर्धी विज्ञान-जगत में उनका प्रवेश बाधित होता है। इसके अलावा ईरानी ने जोर देते हुए कहा कि, “सबको मालूम है कि विज्ञान के में पुरुषों को वर्चस्व है, लेकिन महिलाओं को विज्ञान में अवसर प्रदान करने के मामले में तटस्थता नहीं है।” बताते चलें कि जिस महिला विज्ञान कांग्रेस में स्मृति ईरानी बोल रहीं थी वह भारतीय विज्ञान कांग्रेस का ही एक अभिन्न हिस्सा है।
सियाचिन में पड़ती है खून जमा देनी ठंड, माइनस 28 डिग्री सेल्सियस में ऐसे नहाते हैं यहां पर तैनात जवान
सिर्फ 14 प्रतिशत महिलाएं हैं इस क्षेत्र में
आंकड़ो का हवाला देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि, “देशभर में अनुसंधान और विकास कार्य में 2.8 लाख वैज्ञानिक और इंजीनियर नियोजित हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या सिर्फ 14 फीसदी है। इस तरह, विज्ञान में महिलाएं काफी अल्पसंख्यक हैं।” इस मौके पर मंत्री ने अकादमिक पत्र-पत्रिकाओं का अंग्रेजी से क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद की जरूरत बताई और कहा कि, “अंग्रेजी विज्ञान की सामान्य भाषा है, लेकिन जनगणना के आंकड़ों के अनुसार 96.7 फीसदी आबादी अनुसूचित 22 भाषाओं पर निर्भर करती है।” उन्होंने कहा कि विज्ञान के अनूदित कार्य स्कूली बच्चों को प्रदान किए जाएं, ताकि उनमें विज्ञान के प्रति अभिरुचि पैदा हो।