झांसी. लक्ष्मी दरवाजे के बाहर लक्ष्मी ताल के निकट स्थित महालक्ष्मी मंदिर लोगों की विशेष आस्था का केंद्र है। यहां पर सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की दीपशिखा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पूजा-अर्चना के लिए आती थीं। दीपावली व महालक्ष्मी वाले दिन विशेष रूप से लोग पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं और माता महालक्ष्मी से धन-धान्य की संपन्नता के लिए प्रार्थना करते हैं।
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