यही कारण है कि यहां आने वाला हर देशी-विदेशी पर्यटक अपने साथ सुनहरी यादें समेटकर ले जाता है। राजपूताना के राजसी ठाटबाट की झलक दर्शाने वाले प्रमुख ऐतिहासिक किलों एवं महलों में से एक है आमेर का महल।
यह अपनी विशालता, भव्यता और सुंदरता के कारण दुनिया के गिने-चुने दुर्गों में से एक माना जाता है। मावठा झील के किनारे बने इस महल के प्रवेश द्वार की भव्यता को देखकर ऐसा लगता है मानो सोने की प्लेट पर हीरे मोती जड़ दिए हों और उन्हें पत्थर की दीवार पर सजा दिया गया हो। इसकी सुंदरता इतनी थी कि राजा 12 रानियों के साथ यहीं रहता था। इसके चर्चे दूर-दूर तक हैं। इस खूबसूरत महल के फोटोज में इसकी भव्यता निहारें…