एसपी अविनाश पांडे ने बताया कि बीते 27 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक एप्लीकेशन दी गई थी। जिसमें जानकारी दी गई कि पति पत्नी के खाते से ₹10-10 हजार रुपए करके ₹2 लाख 20 हजार निकाल लिए गए। इस संबंध में पीड़िता के मोबाइल पर कोई मैसेज भी नहीं आया।
साइबर सेल ने इस संबंध में जांच शुरू कर खाते का डिटेल निकाला गया। जहां पेमेंट हुआ था उस खाते को भी देखा गया। संबंधित एजेंसी से बातचीत करने पर जानकारी हुई थी कि पर्टिकुलर आईडी के माध्यम से यह पैसा निकाला गया है और इसमें आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का उपयोग किया गया है। आईडी को ट्रेस करने में जानकारी हुई कि यह राजस्थान की बनी हुई है। राजस्थान में जानकारी मिली कि एक अभियुक्त इस तरह के काम को कर रहा है। लखनऊ मुख्यालय से अनुमति लेकर टीम को राजस्थान भेजा गया है।
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अपराधियों द्वारा उन वेबसाइट को जिन पर हमारे अंगूठे के निशान का डाटा उपलब्ध रहता है, को डाउनलोड करते हैं। इसे स्कैन करते हुए अंगूठे का निशान का सैंपल बना लेते थे। आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के माध्यम से नकली अंगूठे से पैसा निकलता है और नकली अंगूठे के माध्यम से यह लोग पैसा निकाल लेते थे। पुलिस अधीक्षक ने कहा पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा रही है और इनके द्वारा अर्जित की गई संपत्ति जब्त की जाएगी। दूसरे राज्य का मामला है। इसलिए अनुमति लेनी पड़ेगी पकड़े गए अभियुक्त से लैपटॉप, डेबिट कार्ड, सिम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, सहित अन्य चीजें बरामद हुई।