माता-पिता द्वारा गंभीर हालत में उसे रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां अगले ही दिन उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत से माता-पिता जहां सदमे में हैं वहीं अन्य परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
अंबिकापुर के पुराना बस स्टैंड पैलेस रोड निवासी रानू गुप्ता ने अपने बेटे लक्की गुप्ता 18 वर्ष को 12वीं पास करने के बाद राजस्थान के कोटा में पीएमटी की तैयारी करने भेजा था। तैयारी पूरी कर लेने के बाद उसने नीट का एंट्रेंस एक्जाम दिया था। परीक्षा देने के बाद वह घर लौट आया था। कुछ दिन पूर्व जब नीट का रिजल्ट आया तो वह उसमें फेल गया था।
इसके बाद से वह तनाव में रह रहा था। घरवालों ने भी उसकी तैयारी को लेकर कुछ बोला था। ऐसे में उसकी कुछ समझ में नहीं आ रहा था। इसी बीच उसने शुक्रवार को अपने घर की छत से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। जब घरवालों ने उसे छत से नीचे लहूलुहान हालत में देखा तो तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे।
रायपुर किया गया था रेफर, मौत
शहर के डॉक्टरों ने छात्र की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे रायपुर के लिए रेफर कर दिया था। इसके बाद उसे एंबुलेंस से रायपुर ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
माता-पिता सदमे में
जवान बेटे की मौत से माता-पिता व घर के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे सदमे में हैं। इधर पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर विवेचना शुरु कर दी है।