बीच पर आम लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने की मांग
सन माइक्रोसिस्टम्स के सह-संस्थापक विनोद खोसला ने कोर्ट से मांग की थी उत्तरी कैलिफोर्निया बीच पर पर्यटकों, सैलानियों और आम लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दी जाए। बता दें कि उनकी संपत्ति सैन फ्रांसिस्को के दक्षिण में हाफ मून बे में मार्टिन्स बीच से सटी हुई है। ये जगह वहां के सैलानियों में काफी पॉपुलर है, उनके लिए ये किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
निचली अदालत से इनकार के बाद खटखटाया था सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
खोसला ने साल 2008 में इस इलाके में 53 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसकी कीमत उस वक्त 32.5 मिलियन डॉलर थी। उस वक्त से ही उन्होंने ये कानूनी लड़ाई जारी रखी है। उनकी इस मांग को कई बार निचली अदालत से भी इनकार मिल चुका है। जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट के इस फैसले को लोग आम आदमी की जीत बता रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें खुशी है कि कोर्ट के इस फैसले पर अमीरी का प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि खोसला के वकील का कहना है कि इस केस का मकसद बीच पर आम लोगों की पहुंच को रोकने का नहीं था। बल्कि याचिका अपनी संपत्ती के संरक्षण के लिए डाली गई थी।
दिल्ली से हैं विनोद खन्ना
विनोद खोसला दिल्ली के रहने वाले हैं। 63 वर्षीय विनोद के पिता आर्मी में थे। । उन्होंने आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन और कार्नेज मेलन विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) किया है। बाद में उन्होंने अमरीका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए किया।