बच्चों के परिजनों को सूचना दी गई
सबसे बड़े रेसक्यू ऑपरेशन को शुरू करने से पहले बचाव दल ने बच्चों के परिजनों को सूचनाएं दे दीं। गुफा के प्रवेश द्वार के पास एक बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। इनमें बहुत से लोग वो थे जो स्वेच्छा से बचाव कार्य में मदद करने के लिए चले आए थे। मीडियाकर्मियों से भी कहा गया है कि वो प्रवेश द्वार से दूर रहें। पुलिस ने शिकायत है कि भीड़ जमा होने से बचाव कार्य में दिक्कत हो रही है।
बारिश ने बढ़ाई मुश्किल
बारिश ने बचाव दल के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। शनिवार को हुई तेज बारिश ने बचाव दल के सामने ये चुनौती खड़ी कर दी है कि गुफा में पानी का स्तर बढ़ गया तो ऑपरेशन मुश्किल में पड़ जाएगा। अधिकारियों की माने तो अब तक बच्चों की तबीयत ठीक है। अगले दो दिन बारिश की संभावना नहीं है और गुफा से काफी सारा पानी बाहर निकाला जा चुका है। ऐसे में बच्चों को बाहर निकालने की कार्यवाही शुरू करने का ये सही समय है।
ऐसी है गुफा की स्थिति
गुफा के प्रवेश द्वार से करीब 4 किलोमीटर अंदर और पहाड़ की चोटी से करीब एक किलोमीटर नीचे बच्चों का ये समूह फंसा हुआ है। जिस चैंबर में ये बच्चे बैठे हुए हैं, उसके पास पानी का बहाव बहुत ज़्यादा है। ये कितना खतरनाक है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को एक गोताखोर समन गुनन की मौत हो गई।