READ MORE : भारतीय रिसर्च में पिछड़े नहीं, बल्कि विदेशियों से भी आगे : प्रो. झाडग़ांवकर IMAGE CREDIT: patrika गुटखा तम्बाखू है जीवन के लिए खतरा – डॉ. दधीच: डॉ. अनुज दधीच नासिक के विख्यात कैंसर एवं मैक्फिलोफेशियल सर्जन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आदमी के जबड़ा में 70 प्रकार के कैंसर हो सकते हैं, सभी के अलग अलग कारण होते हैं। लेकिन सबसे खतरनाक तंबाखू से होने वाला कैंसर होता है। इसके बाद गुटखा चबाने को भी तेजी से कैंसर होता है। डॉक्टर अनुज का कहना है अगर चार लोग एक ही सब्जी को खा रहे हों इसमें से एक अगर झार लगे तब उसे तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए। एेसा लक्षण गुटखा खाने वालों को ज्यादा होता है। गुटखा के सुपारी में जो केमिकल व तम्बाखू मिलाया जाता है, वह मुंह ,जीभ, जबड़ा सहित अन्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है। गुटखा खाने वालों को मुंह खोलने में दिक्कतें होती हैं। उसे हर चीज जलन होती है। उन्होंने बताया वे एेसा ऑपरेशन लगभग 200 से 250 तक कर चुके हैं। जिस युवक का आपरेशन किया गया, वह पिछले आठ साल से गुटखा खा रहा था। मुंह में कैंसर गुटखा और तम्बाखू खाने वाले को होता है। हमें आपरेशन काफी सम्भलकर करना पड़ता है।