
हेमा मालिनी ने शादी के बाद की थी बी-ग्रेड फिल्में
Hema Malini Dharmendra: धर्मेंद्र का निधन 24 नवंबर को हुआ था और तब से ही हर दिन धर्मेंद्र से जुड़े किस्से और कहानियां सामने आ रही हैं। एक ऐसा ही किस्सा है जो हेमा मालिनी से जुड़ा हुआ है। धर्मेंद्र ने शादीशुदा होते हुए भी साल 1980 में हेमा मालिनी से दूसरी शादी की थी। जिससे उनकी दो बेटियां ईशा देओल और अहाना देओल हैं। जहां एक तरफ एक्ट्रेस को अपना प्यार मिला, लेकिन एक ऐसा तूफान उनकी जिंदगी में आया जिसने उन्हें बी-ग्रेड फिल्मों में लाकर खड़ा कर दिया था। हेमा मालिनी ने उस समय को अपनी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर बताया था।
इस मुश्किल समय के बारे में हेमा मालिनी की बायोग्राफी 'Hema Malini: Beyond The Dream Girl' में पूरी बात बताई गई है, जिसे राम कमल मुखर्जी ने लिखा है। हेमा मालिनी ने जब अपना करियर शुरू किया, तो उनके माता-पिता (जया चक्रवर्ती और वी.एस. रामानुजम चक्रवर्ती) ने उन्हें खूब सपोर्ट किया था। वह लगातार हिट फिल्में दे रही थीं और 70 के दशक की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में शामिल हो गईं थी, लेकिन 1980 के दशक की शुरुआत में उन्हें पता चला कि उन पर सरकार का 1 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है, और उन्हें यह पूरी रकम एक साथ चुकानी होगी। उस समय यह रकम काफी ज्यादा बड़ी थी, क्योंकि एक्टर्स करोड़ों में नहीं कमाते थे।
किताब के मुताबिक, उनके पति धर्मेंद्र ने उन्हें मदद की पेशकश की थी, लेकिन हेमा मालिनी ने उनकी मदद लेने से इनकार कर दिया था। हेमा मालिनी ने बायोग्राफी में बताया कि उनके पिता लगातार याद दिलाते थे कि टैक्स भरना है, लेकिन उनकी मां टैक्स चुकाने को लेकर लापरवाह थीं। उनकी मां को लगता था कि इतनी मेहनत से कमाया पैसा टैक्स के रूप में देना अनुचित है।
हेमा मालिनी ने बताया कि उनके माता-पिता के बीच इस बात को लेकर बहस भी होती थी। दुख की बात यह थी कि उन्हें 1 करोड़ रुपये के बकाया टैक्स के बारे में अपने पिता के निधन के बाद ही पता चला था। उन्होंने लिखा, "दुर्भाग्य से, मेरे पिता के निधन के बाद ही हमें एहसास हुआ कि हम बहुत तगड़ी आर्थिक तंगी में फंस चुके हैं और हमें बहुत सारे बकाया टैक्स चुकाने थे।"
हेमा मालिनी को उस समय तुरंत काफी पैसों की जरूरत थी। उस दौर में स्टार्स को ज्यादा फीस नहीं मिलती थी, इसलिए जल्दी पैसा कमाने का एकमात्र तरीका था ढेरों फिल्में साइन करना। लेकिन इस चक्कर में उन्हें मजबूरी में बी-ग्रेड फिल्में भी करनी पड़ीं, क्योंकि कोई भी बड़ा बैनर तब उन पर बड़ा दांव लगाने को तैयार नहीं था।
हेमा मालिनी ने इस दौर को अपनी जिंदगी का सबसे बुरा वक्त बताया था। जो करीब 10 साल तक चला। उन्होंने कहा कि उन्हें कर्ज चुकाना था, और डांस शो से सिर्फ गुजारा हो रहा था, जबकि ज्यादा पैसा फिल्मों से ही आता था। उनकी बेटी ईशा देओल ने भी एक बार बताया था कि अहाना के जन्म के बाद, मुझे एहसास हुआ कि मॉम बहुत ज्यादा शूटिंग करने लगी थीं। वह घर पर कम ही रहती थीं। बाद में जब हमने 'दुर्गा', 'अंजाम', 'सीतापुर की गीता' और 'जमाई राजा' जैसी कुछ फिल्में देखीं, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह ये फिल्में क्यों कर रही हैं। तभी उन्होंने मुझे कर्ज के बारे में बताया था।
Published on:
05 Dec 2025 02:43 pm
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