प्रोफेशनल्स की आवाजाही को मिलेगा बढ़ावा केंद्रीय मंत्रिमंडल से इंडिया-ब्रिटेन माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप डील ( India-UK migration and mobility partnership deal ) को मंजूरी छात्रों, शोधकर्ताओं के साथ यूनाइटेड किंगडम और उत्तरी आयरलैंड में अध्ययन या काम करने के इच्छुक कुशल पेशेवरों के लिए अच्छी खबर है। हालांकि, एमओयू में शामिल प्रावधानों का अभी पब्लिक डोमेन में आना बाकी है। लेकिन यह प्रवासन के मानदंडों को कम करने और पहले से ज्यादा आसान बनाने वाला साबित होगा।
नवाचार के क्षेत्र में सहयोग पर बल इस बारे में केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि यह समझौता ज्ञापन प्रतिभा के मुक्त प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के साथ नवाचार और उद्यमिता को भी बढ़ावा देगा। विदेश मंत्रालय का संयुक्त कार्य समूह तंत्र समझौता ज्ञापन के प्रभावी कार्यान्वयन की बारीकी पर निगरानी रखेगा। माना जा रहा है कि नई माइग्रेशन साझेदारी से भारतीय और ब्रिटिश पेशेवरों को एक दूसरे के देशों में रहने और काम करने का नया अवसर प्रदान करेगा। भारतीय नागरिकों अब वर्किंग वीजा पहले से ज्यादा संख्या में और आसानी से मिलेगा। दोनों देशों के बीच प्रवास सहयोग में तेजी आएगी।
Web Title: Central cabinet approves india uk migration and mobility partnership deal