पुतिन ने अपने संबोधन में अधिकतर बातें इशारों में की। उन्होंनें न तो अपने दुश्मन देश के नाम का खुलासा किया और न ही यह खुलासा किया कि उनके सहयोगी देश कौन कौन से हैं। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी नहीं बताया कि उन्हें फौरी तौर पर किन देशों से खतरा है।
एक अमरीकी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने जोर देकर कहा है कि अमरीका की ओर से मिसाइल डिफेंस शील्ड्स बनाने का रूस ने न्यूक्लियर वेपंज रेजिस्टेंट विकसित कर जवाब दिया है। पुतिन के संबोधन के दौरान बड़े पर्दे पर नए हथियारों के विडियो फुटेज और कंप्यूटर ग्राफिक्स दिखाए गए। एक एनिमेशन में रूस से मिसाइल लॉन्च किया जाता और उसे अटलांटिक महासागर के ऊपर से गुजरते दिखाया गया है। पुतिन ने कहा कि अमरीका रूस की परमाणु ताकत को समझने में नाकाम रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अमरीका ने हथियारों पर नियंत्रण के लिए बातचीत करने में भी दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
अपने संबोधन में रूस ने जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया है, इसे पुतिन का चुनावी संबोधन भी माना जा रहा है। इस भाषण में उन्होंने गरीबी को आधी करने की भी बात की। रूस के टेलीविजन पर पुतिन के इस दो घंटे के भाषण का सीधा प्रसारण हुआ। गौरतलब है कि देश में राष्ट्रपति चुनाव 18 मार्च को होने हैं और विशेषा पुतिन को राष्ट्रपति के तौर पर चौथा कार्यकाल मिलने की संभावना जता रहे हैं।