
Side Effects of Sex Power Pills : यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोलियां और तरीके कहीं बिगाड़ न दें आपकी जिंदगी, जानिए डॉक्टर की सलाह (फोटो सोर्स : Freepik)
Side Effects of Sex Power Pills : आजकल की लाइफ एकदम रेस जैसी हो गई है हर कोई बस भाग रहा है रुकने का टाइम ही नहीं है। इसी चक्कर में युवाओं को यौन से जुड़ी कई परेशानियां घेरने लगी हैं जैसे शीघ्रपतन या नपुंसकता वगैरह। और इसका सीधा असर? यौन जिंदगी के साथ-साथ दिमाग भी इसका असर पड़ता है।
कुछ कंपनियां इसी मौके का फायदा उठाकर मर्दानगी बढ़ाओ टाइप गोलियां बेचना (Side Effects of Sex Power Pills) शुरू कर देती हैं। मतलब धड़ल्ले से एडवर्टाइजमेंट, सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े दावे बस खाओ और सुपरमैन बनो। लेकिन असल में इन दवाओं से आपकी हालत और भी खराब हो सकती है। सेक्सोलॉजिस्ट्स बोलते हैं इन गोलियों से दूर रहो और इसकी वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
हाल ही में जयपुर के रामगंज में एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां एक वैद्य की गलत थेरेपी से एक 38 वर्षीय व्यक्ति का गुप्तांग निष्क्रिय हो गया। पीड़ित की पत्नी ने वैद्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ऐसी घटनाओं से सबक लेना जरूरी है कि बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के कोई भी दवा या तरीका न अपनाएं। आइए जानते हैं जयपुर में यौन रोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर जितेंद्र सोलंकी इस बारे में क्या कहते हैं।
दिखने में ये गोलियां भले ही फौरन असर दिखाएं लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स काफी खतरनाक हो सकते हैं:
छोटे-मोटे नहीं बड़े साइड इफेक्ट्स: अक्सर इन दवाओं से खून का बहाव बढ़ता है जिससे कुछ समय के लिए सिरदर्द, चेहरा लाल होना, पेट की दिक्कतें, एसिडिटी और मांसपेशियों में दर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
आंखों की रोशनी का खतरा: एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इन गोलियों से आंखों की रोशनी तक जा सकती है। इसे नॉन-आर्टेरिटीक आईसेमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी (NAION) कहते हैं। यानी कुछ देर की खुशी के लिए आप हमेशा के लिए अंधे हो सकते हैं।
ब्लड प्रेशर का लो होना: ये दवाएं ब्लड प्रेशर को अचानक कम कर सकती हैं। अगर आप पहले से ही ब्लड प्रेशर की दवाएं ले रहे हैं तो इनसे दूरी बनाना ही समझदारी है। लो बीपी कई गंभीर बीमारियों को बुलावा दे सकता है।
दिल के मरीजों के लिए जहर: अगर आप दिल के मरीज हैं तो ये गोलियां आपकी जान ले सकती हैं। हार्ट अटैक, स्ट्रोक या एंजाइना का दर्द जैसी जानलेवा स्थितियां पैदा हो सकती हैं। ऐसे में इनसे बिल्कुल बचना चाहिए।
लिवर पर बुरा असर: ये दवाएं आपके लिवर को भी कमजोर कर सकती हैं जिससे खाना पचाने में दिक्कत और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लिवर हमारे शरीर का एक जरूरी अंग है इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
ओवरडोज यानी मौत को न्योता: इन गोलियों की ज्यादा डोज जानलेवा साबित हो सकती है या आप हमेशा के लिए नपुंसक बन सकते हैं। प्रयागराज में कुछ समय पहले एक युवक ने वियाग्रा की आठ गुना ज्यादा डोज ले ली थी जिससे उसे लंबे समय तक दर्दनाक इरेक्शन लेने की समस्या हो गई। ऐसी स्थिति से हमेशा के लिए नपुंसकता आ सकती है।
बाजार में बिकने वाली ज्यादातर सेक्स ड्राइव पिल्स में ऐसे छिपे हुए तत्व होते हैं जिनकी जानकारी लेबल पर नहीं दी जाती। इनमें अक्सर सिल्डेनाफिल (वियाग्रा) और टेडालाफिल जैसे प्रेस्क्रिप्शन ड्रग्स होते हैं जो बिना डॉक्टरी सलाह के लेने पर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनकी वजह से सिरदर्द, मतली, चक्कर आना और ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट जैसी समस्याएं होती हैं। हृदय रोगियों के लिए ये और भी खतरनाक हो सकते हैं।
एक और गंभीर समस्या 'प्रियापिज्म' है जिसमें कई घंटों तक दर्दनाक इरेक्शन बना रहता है। अगर इसका तुरंत इलाज न किया जाए तो लिंग को स्थायी नुकसान हो सकता है और सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा ये दवाएं अन्य दवाओं के साथ मिलकर जानलेवा हालात भी पैदा कर सकती हैं, खासकर नाइट्रेट युक्त दवाओं के साथ। कुछ पिल्स हार्मोनल असंतुलन, लिवर या किडनी को नुकसान और मानसिक समस्याएं जैसे एंग्जायटी और डिप्रेशन का कारण भी बन सकती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ज्यादातर ऐसी दवाओं को किसी सरकारी संस्था (जैसे FDA या CDSCO) से मंजूरी नहीं मिली होती, इसलिए इनकी सुरक्षा और प्रभावशीलता की कोई गारंटी नहीं होती।
कम कामेच्छा (लो लिबिडो): तनाव, हार्मोनल बदलाव, बढ़ती उम्र या कुछ मेडिकल स्थितियों के कारण यौन इच्छा में कमी आना।
यौन प्रदर्शन बेहतर करना: स्टैमिना बढ़ाना, इरेक्टाइल फंक्शन सुधारना या कुल मिलाकर यौन संतुष्टि बढ़ाना।
आत्मविश्वास बढ़ाना: यौन इच्छा और प्रदर्शन में सुधार से आत्मविश्वास बढ़ता है और रिश्तों में भी सुधार आता है।
इसी दबाव में कई पुरुष अपनी यौन समस्याओं के बारे में बात करने या डॉक्टर की सलाह लेने से कतराते हैं। वे सोचते हैं कि लंबे समय तक इरेक्शन और लिंग का आकार ही सब कुछ है जबकि सच्चाई कुछ और है।
सामान्य यौन संबंध का समय 5 से 10 मिनट का होता है और इसमें फोरप्ले भी शामिल होता है। अंतरराष्ट्रीय यौन चिकित्सा संस्थान के अनुसार फोरप्ले 10-15 मिनट और उसके बाद पेनिट्रेशन 10 मिनट तक होना आदर्श माना जाता है। शीघ्रपतन (एक-दो मिनट से कम में स्खलन) एक आम समस्या है लेकिन 25-30% पुरुषों में ही यह क्लीनिकल मानकों को पूरा करती है। यानी ज्यादातर पुरुष सिर्फ अपनी परफॉर्मेंस से असंतुष्ट होते हैं उन्हें वास्तव में कोई गंभीर समस्या नहीं होती.
अपनी यौन इच्छा या प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए शॉर्टकट अपनाने के बजाय अपनी सेहत को प्राथमिकता देना सबसे जरूरी है। बाज़ार में बिकने वाले कई यौन शक्ति बढ़ाने वाले प्रोडक्ट अनियमित होते हैं और उनमें छिपे हुए हानिकारक तत्व हो सकते हैं।
आयुर्वेदिक या हर्बल दवाएं या कुछ यौन उपकरण जैसे पेनिस पंप, एक्सटेंडर, वाइब्रेटिंग रिंग्स भी बाजार में मिलते हैं। कुछ हर्बल जैसे अश्वगंधा, शिलाजीत, सफेद मूसली और जिनसेंग को कामेच्छा और टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में फायदेमंद माना जाता है लेकिन उनकी सुरक्षा और प्रभावशीलता की कोई गारंटी नहीं होती।
सबसे बड़ी चिंता यह है कि कई देसी दवाएं अनियमित होती हैं जिनमें भारी धातु, स्टेरॉयड या हानिकारक रसायन हो सकते हैं। इनके क्लीनिकल ट्रायल भी नहीं हुए होते जिससे साइड इफेक्ट्स का खतरा रहता है। वहीं इलेक्ट्रिक शॉक या वाइब्रेशन डिवाइस, और DIY पेनिस एनलार्जमेंट किट तो बेहद खतरनाक हैं जो स्थाई नुकसान पहुंचा सकते हैं.
जयपुर में यौन रोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर जितेंद्र सोलंकी के अनुसार, ज्यादातर यौन समस्याओं का इलाज बहुत आसान है बस उसके लिए कुछ सख्त नियम और अनुशासन जरूरी है। 35 की उम्र के बाद डाइट पर ध्यान देना और कमर के निचले हिस्से का रोजाना 5-7 मिनट व्यायाम करना बेहद जरूरी है। अगर फिर भी कोई परेशानी हो तो किसी योग्य चिकित्सक से ही संपर्क करें।
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अगर आप ऐसी किसी भी समस्या का सामना कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर या सेक्सोलॉजिस्ट से मिलें। वे आपकी समस्या का सही कारण पता लगाकर आपके लिए सुरक्षित और सही इलाज बता पाएंगे। यह व्यक्तिगत दृष्टिकोण न केवल सफलता की संभावना बढ़ाता है, बल्कि आपको असुरक्षित उत्पादों के बुरे प्रभावों से भी बचाता है। अपनी समग्र स्वास्थ्य और भलाई को सुरक्षित रखते हुए सुरक्षित और प्रभावी ढंग से अपनी यौन इच्छा को बढ़ाने के लिए पेशेवर चिकित्सा सलाह पर भरोसा करना सबसे अच्छा तरीका है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
11 Jul 2025 01:51 pm
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