script

राजस्थान का चेरापूंजी : झालावाड़ में झूमकर आया सावन, नदियोंं में उफान, छलक रहे बांध

locationकोटाPublished: Jul 26, 2021 07:29:58 pm

Submitted by:

Kanaram Mundiyar

-गागरीन बांध क्षेत्र में 24 घंटे में 10 इंच बारिश, नदियां उफान पर-ताकली नदी में उफान , खेड़ली-अमजार मार्ग आठ घंटे रहा बंद-चम्बल के गांधी सागर बांध में चार फीट पानी की आवक-सावन के पहले सोमवार को बरसे बदरा

राजस्थान का चेरापूंजी : झालावाड़ में झूमकर आया सावन, नदियोंं में उफान, छलक रहे बांध

राजस्थान का चेरापूंजी : झालावाड़ में झूमकर आया सावन, नदियोंं में उफान, छलक रहे बांध

कोटा /झालावाड़ .
राजस्थान के चेरापूंजी कहे जाने वाले क्षेत्र झालावाड़ ( Cherrapunji of Rajasthan) में इस बार का सावन झूमकर आया है। तीन दिन से तेज बरसात से क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं और बांध छलक रहे हैं। सावन के पहले सोमवार को भी हाड़ौती में बादल जमकर बरसे। झालावाड़ के कालीसिंध बांध के गेट खोलकर लगातार पानी की निकासी की जा रही है। कोटा, बूंदी व बारां क्षेत्र में बरसात का दौर जारी रहा। कालीसिंध बांध के 3 गेटों को खोलकर 35 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। गागरीन बांध की चादर चल रही है।

चम्बल व शिप्रा नदी उफान पर-
झालावाड़ शहर में सुबह से ही सावन की झड़ी लगी रही। जिले में चंवली, आहू, कालीसिंध आदि नदियां उफान पर रही। मध्यप्रदेश में हो रही तेज बरसात से राजस्थान-मध्यप्रदेश की सीमा पर बहने वाली चम्बल व शिप्रा नदी उफान पर चल रही है।
कोटा : चम्बल के बांधों में पानी की आवक जारी-
कोटा में दोपहर बाद कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। गांधीसागर के जंगल क्षेत्र में रविवार शाम हुई भारी बारिश से ताकली नदी में पानी की आवक हुई। जिससे नदी में उफ ान आ गया। खेड़ली की रपट पर तीन-चार फ ीट पानी बहने के कारण खेडली-अमजार मार्ग सोमवार अलसुबह पांच बजे से बंद हो गया, जो दोपहर एक बजे पानी उतरने पर बहाल हुआ। चम्बल पर बने सबसे बड़े बांध गांधीसागर में 24 घंटे में 4 फीट पानी की आवक दर्ज की गई। यहां डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई। राणाप्रताप सागर में भी एक फीट पानी की आवक हुई। जवाहरसागर बांध में 16 मिमी बरसात दर्ज की गई। कोटा बैराज पर 3 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले के चेचट क्षेत्र में दिनभर रुक रुककर बारिश की झड़ी लगी रही।

गागरीन बांध पर चादर चली-
झालावाड़. झालावाड़ जिले में लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी दिनभर बारिश का दौर जारी रहा। झालावाड़ जिले तथा मध्यप्रदेश में जोरदार बारिश होने से क्षेत्र में बहने वाली प्रमुख नदियों उफ ान पर चल रही है। पिड़ावा क्षेत्र में गागरीन बांध क्षेत्र में 24 घंटे में 10 इंच बारिश दर्ज की गई है। गागरीन बांध पर चादर चल रही है।

दूसरे दिन भी फंसे रहे जायरीन, सभी सुरक्षित-
झालावाड़ शहर के पास स्थित गागरोन किले के रास्ते की पुलिया पर करीब 23 फीट पानी बह रहा है। इस कारण गागरोन दरगाह पर जियारत करने गए 98 जायरीन दूसरे दिन भी फं से रहे। नदी में बहाव तेज होने के कारण प्रशासन ने दरगाह में ही सुरक्षित रहने को कहा है। पुलिया से पानी का उतार होने के बाद ही जायरीन आ सकेंगे।

कालीसिंध बांध: 35 हजार क्यूसेक पानी की निकासी
कालीसिंध बांध के तीन गेट खोलकर 35 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। भीमसागर क्षेत्र के राजपुरा गांव में बरसाती नालों में उफ ान आने से घरों में पानी भर गया। आहु चंवली लिंक नहर के पहली बार 20 सेंटीमीटर गेट खोलकर 250 क्यूबिक मीटर पानी की निकासी की गई है। इससे आहू-चंवली लिंक नहर में पानी ओवरफ्लो होने से पिड़ावा क्षेत्र के सारंग का खेड़ा गांव के किसानों की सैंकड़ों बीघा की फसलें जलमग्न हो गई।
—-
यह रास्ते बंद-
– गंगधार उपखण्ड क्षेत्र में स्थित छोटी काली नदी में जोरदार पानी की आवक हो रही है। जिले के कुंडला मार्ग अवरूद्ध हो गया है।
-अकलेरा क्षेत्र में जोरदार बारिश से पिपलिया-घाटोली रोड पर आवागमन बंद रहा।
बारां : छबड़ा में हुई साढ़े तीन इंच बारिश

-पार्वती, परवन व काली सिंध नदियों में उफान
-हीकड़ दह हुआ लबालब, पार्वती नहर में जलप्रवाह
जिले में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा, छबड़ा उपखंड मुख्यालय पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक 88 मिमी (साढ़े तीन इंच) बारिश बारिश रिकॉर्ड की गई। बीते चार दिनों में छबड़ा उपखंड क्षेत्र में यह दूसरा अवसर रहा जब तीन इंच से अधिक बारिश हुई।
पार्वती व परवन पर चादर-

जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रवीण जोशी ने बताया कि शाम को पार्वती नदी के किशनपुरा डेम पर 1.22 मीटर, परवन नदीके शेरगढ़ बांध पर 2.75 तथा इसी नदी की तुलसां लिफ्ट सिंचाई परियोजना के बांध पर 1.29 मीटर की चादर चल रही है।
बूंदी : सावन के पहले सोमवार को बरसे बदरा-
जिले में बादल मेहरबान रहे। बूंदी, नैनवां, केशवरायपाटन, नोताड़ा में जोरदार बारिश हुई। बूंदी शहर में रुक-रुक कर बारिश हुई। वहीं नैनवां में जमकर बरसात होने से किसान के चेहरे खिल गए।

ट्रेंडिंग वीडियो