
Bathroom Hygiene Tips : इन 3 पर्सनल चीज़ों को शेयर करने की आदत तुरंत बदल दें
3 Bathroom Items Can Be Dangerous : कल्पना कीजिए कि आप घर से बाहर हैं, लेकिन अपना तौलिया, रेजर या टूथब्रश पैक करना भूल गए हैं। क्या आपको दूसरों का इस्तेमाल करना चाहिए? यहां बताया गया है कि इसकी आदत न डालना ही बेहतर क्यों है। आपके बाथरूम में कपड़े, प्लास्टिक और धातु की वस्तुओं पर कई रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया, वायरस या कवक रहते हैं। ये तथाकथित रोगजनक सूक्ष्मजीव इन सतहों पर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं। यानी ये कई दिनों, महीनों या सालों तक संक्रमण फैला सकते हैं। (Bathroom Hygiene Tips)
उदाहरण के लिए, एस्परगिलस नामक कवक कपड़े और प्लास्टिक पर एक महीने से ज़्यादा समय तक जीवित रह सकता है। कुछ बैक्टीरिया इन सतहों पर सालों तक जीवित रह सकते हैं। और कई वायरस कुछ सामग्रियों जैसे सिरेमिक, धातु, कपड़े और प्लास्टिक पर घंटों से लेकर महीनों तक जीवित रह सकते हैं।
वैज्ञानिकों ने इस तरह के जोखिम को साबित करने के लिए कोई पक्का टेस्ट या ट्रायल (जिसे “गोल्ड स्टैंडर्ड स्टडी” कहा जाता है) नहीं किया है। ऐसा ट्रायल तभी संभव होता जब एक ग्रुप के लोगों को जानबूझकर किसी और के इस्तेमाल किए हुए रेजर से शेव करने को कहा जाता, और फिर उनकी तुलना उन लोगों से की जाती जो अपना रेजर इस्तेमाल करते हैं ताकि देखा जा सके कि किसे संक्रमण हुआ।
लेकिन जाहिर है, ऐसा एक्सपेरिमेंट करना न तो नैतिक है और न ही सुरक्षित, इसलिए ऐसे ट्रायल नहीं किए जाते।
लेकिन कुछ अन्य अध्ययन भी हैं जो हमें कुछ सुराग देते हैं।
कम विश्वसनीय अध्ययनों से पता चलता है कि इस्तेमाल किए हुए तौलियों से त्वचा संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका से एक रिपोर्ट में हाई-स्कूल फुटबॉल खिलाड़ियों के एक समूह में एंटीबायोटिक प्रतिरोधी स्टैफिलोकोकस ऑरियस (या संक्षेप में स्टैफ) के प्रकोप की बात कही गई थी। जिन खिलाड़ियों ने एक तौलिया साझा किया उनमें संक्रमण होने की संभावना आठ गुना अधिक थी।
स्टैफ त्वचा की स्थिति इम्पेटिगो का कारण बन सकता है। लेकिन दुर्लभ मामलों में यह जानलेवा सेप्टिक शॉक और अंगों के काम करना बंद कर सकता है।
अमेरिका में ही किए गए एक अन्य अध्ययन में 150 घरों पर 12 महीनों तक नजर रखी गई। हर घर में एक बच्चा स्टैफ से संक्रमित था। जब घर के सदस्य तौलिए साझा करते थे, तो स्टैफ संक्रमण का खतरा काफी बढ़ जाता था।
आप सोच सकते हैं कि नहाते समय रोगाणु धुल जाते हैं। साबुन और पानी से धोने से त्वचा पर रोगाणुओं की संख्या कम हो जाती है, लेकिन वे पूरी तरह से खत्म नहीं होते। और सामान्य बाथरूम की गर्म, नम परिस्थितियां रोगाणुओं के विकास को बढ़ावा देती हैं।
भले ही आपको संक्रमण न हो, लेकिन रोगाणुओं का बसेरा बनना (जब कोई नुकसान न हो) समस्या पैदा कर सकता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि आप एंटीबायोटिक प्रतिरोधी प्रजातियों के संपर्क में आ सकते हैं, जिससे बाद में एंटीबायोटिक प्रतिरोधी संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। इनका इलाज ज्यादा समय लेने वाला और महंगा होता है।
सूक्ष्मजीव कठोर वस्तुओं, जैसे टूथब्रश पर जीवित रह सकते हैं। और टूथब्रश से मसूड़ों से खून आ सकता है। इसलिए इन्हें साझा करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे रक्तजनित वायरस, जैसे हेपेटाइटिस सी, फैल सकते हैं।
लार के संपर्क में आने वाली कोई भी चीज (जैसे आपका टूथब्रश) भी रोगाणुओं को फैला सकती है। इनमें हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस टाइप 1 (HSV-1) शामिल है, जो मुंह के छाले पैदा करता है, और एपस्टीन-बार वायरस, जो ग्रंथि ज्वर का कारण बनता है।
जिस व्यक्ति में HSV-1 संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं, वह भी वायरस फैला सकता है और संक्रमण फैला सकता है।
एक रिपोर्ट में पाया गया कि टूथब्रश पर कई खतरनाक बैक्टीरिया जैसे स्टैफ, ई. कोलाई और स्यूडोमोनास मौजूद हो सकते हैं।
यहां तक कि HSV-1 नाम का वायरस (जो कोल्ड सोर का कारण बनता है) भी इतनी मात्रा में पाया गया कि वो संक्रमण फैला सकता है। यह वायरस प्लास्टिक की चीजों पर 2 से 6 दिन तक जिंदा रह सकता है, यानी अगर टूथब्रश साफ न रखा जाए तो वो बीमारियों का ज़रिया बन सकता है।
रेजर जैसी कठोर चीजों पर भी रोगाणु जीवित रह सकते हैं। और रेजर का इस्तेमाल करते समय खरोंचों से बचना मुश्किल होता है। इसलिए अगर आप इन्हें साझा करते हैं तो रक्तजनित वायरस फैलने का खतरा रहता है।
रेजर, तौलिए और अन्य व्यक्तिगत स्वच्छता संबंधी चीजें भी ह्यूमन पेपिलोमावायरस फैला सकती हैं जो मस्से पैदा करते हैं। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि त्वचा विशेषज्ञ हर व्यक्ति को अपनी अलग चीजें रखने की सलाह देते हैं।
अगर त्वचा पर कट या खरोंच है, तो वहीं से रोगाणु शरीर में घुस सकते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है जैसे उन फ़ुटबॉल खिलाड़ियों में हुआ जो तौलिए साझा करते थे।
कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग जैसे बच्चे, बुज़ुर्ग, डायबिटीज़ के मरीज या कैंसर की दवा लेने वाले ज्यादा जोखिम में रहते हैं।
भले ही खतरा कम हो, लेकिन दूसरों का रेजर, टूथब्रश या तौलिया इस्तेमाल न करना ही बेहतर है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Updated on:
09 Oct 2025 12:53 pm
Published on:
09 Oct 2025 12:41 pm
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