बसपा, कांग्रेस व अन्य दलों से सपा सुप्रीमो ने महागठबंधन को मजबूती प्रदान करने के लिए हमेशा हामी भरी है। सीटों के बंटवारे को लेकर भी वे एडजस्ट करने के पक्ष में अपना बयान दे चुके हैं। तो वहीं मंगलवार को इसमें एक और कदम आगे बढ़ाते हुए उन्होंने भाजपा को हराने व उसे जीरो पर लाने की जिम्मेदारी बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को दे दी है। अखिलेश ने यूपी में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मायावती पर डाली है।
कहा, सपा-बसपा जुड़े तो बनता है 100 फीसदी- लखनऊ स्थित सपा कार्यालय में अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जिसमें उन्होंने केरल में बाढ़ पीड़ितों के लिए सहायता राशि को एकत्र किया। इस दौरान उन्होंने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की संस्था I-PAC (इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी) के ऑनलाइन सर्वे में आए रिजल्ट पर बयान दिया। दरअसल इस सर्वे में अखिलेश को 7 फीसदी और मायावती को 3.1 फीसदी लोगों की पसंद बताया गया है। इस पर उन्होंने पहले पूछा कि 7 और 3 कितना हो गया। उन्होंने आगे कहा कि ये ही लोग हमसे पूछते थे कि जीरो कहां लगाया जाना चाहिए। हमने कहा कि हम समाजवादी लोग जानते हैं कि जीरो किधर लगाना चाहिए। तो अगर 7 प्रतिशत हमारा है और 3 प्रतिशत उनका है। तो जीरो दोनों में लगा दें, जिससे 70 और 30 मिलाकर 100 में 100 प्रतिशत होता है।
बसपा की जिम्मेदारी भाजपा को जीरो पर लाने की- इसी के साथ अखिलेश यादव ने आगे कहा कि ये तो अब बसपा की जिम्मेदारी है कि यूपी में भाजपा को जीरो पर ले आए। वहीं उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी बीजेपी को 5 पर लाने की है, कांग्रेस की जिम्मेदारी 2 पर तो रालोद की जिम्मेदारी है कि वो भाजपा को 1 पर ले आए। आपको बता दें कि I-PAC के ऑनलाइन सर्वे में बताया गया है कि पीएम मोदी सर्वाधिक 48 फीसदी लोगों की पसंद हैं, तो वहीं दूसरे नंबर पर 11 फीसदी के साथ राहुल गांधी हैं। अरविंद केजरीवाल को 9.3 फीसदी, अखिलेश यादव को 7 फीसदी, ममता बनर्जी को 4.2 फीसदी और बसपा सुप्रीमो मायावती को 3.1 फीसदी लोगों ने पसंद किया है।