ये होता है फायदा
जानकारों की मानें तो जेतून में ओमेगा थ्री फेटिएसिस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में इसका तेल हार्ट के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है। यह तेल कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करता है। इसके अलावा यह तेल बच्चों के मालिश करने में भी काम में लिया जाता है। बाजार में यह करीब 700 से 900 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बिकता है। जेतून के फल से 10 से 14 प्रतिशत तेल निकलता है।
फार्म में लगे है आठ किस्म के पौधे
जानकारी के अनुसार फार्म में जेतून की आठ किस्म के पौधे लगे हैं। इनमें बरनिया, पिकवाल, पिस्यूलीन, फ्रंटआयो, अरबी क्यूना, कोर्टिना, लेचीनो आदि शामिल है। बाकलिया के अलावा लूणकरणसर, अनूपगढ़, झुंझुनूं के बास बिसना, अलवर के तिनकीरुड़ी में जेतून फार्म है। वहीं जालौर व जयपुर के जेतून फार्म को बंद कर दिया गया है।
इनका कहना
सर्दी कम पडऩे व पानी की क्वालिटी में लगातार गिरावट आने के कारण बाकलिया में लगे जेतून फार्म में गत दो वर्ष से उत्पादन प्रभावित हुआ है। पौधों के फल नहीं लगे हैं। पानी की क्वालिटी में सुधार के लिए विदेश से नई तकनीक की मशीन मंगवाई गई है। शीघ्र ही स्थापित की जाएगी।
-योगेश कुमार वर्मा, सीओओ, राजस्थान ओलिव कल्टीवेशन लिमिटेड।