
Operation Sindoor: भारत ने शुक्रवार की रात पाकिस्तान के छह प्रमुख एयरबेस पर सफलतापूर्वक हमला किया, जिससे पड़ोसी देश के सैन्य प्रतिष्ठानों और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। विदेश मंत्रालय और भारतीय सेना के अनुसार, जिन छह एयरबेस को निशाना बनाया गया, उनमें रावलपिंडी में चकलाला, चकवाल में मुरीद, शोरकोट में रफीकी, रहीम यार खान, सुक्कूर और चुनिया शामिल हैं।
इस्लामाबाद से सिर्फ 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चकलाला एयरबेस पाकिस्तान के सबसे संवेदनशील सैन्य परिसरों में से एक है और यहां वायु सेना के संचालन और वीआइपी परिवहन दोनों की सुविधा है। 1965 और 1971 के युद्धों में पाकिस्तान के लिए इस एयरबेस की अहम भूमिका रही।
यह बेस हवा में ईंधन भरने और परिवहन मिशनों में सक्षम है और यहां पांच से छह प्रमुख परिवहन स्क्वाड्रन भी हैं, जिनमें शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विमान शामिल हैं। भावी वायु सेना अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण संस्थान, पीएएफ कॉलेज भी यहां स्थित है। चकलाला पर हमला करके भारत ने संकेत दिया है कि पाकिस्तान का सबसे सुरक्षित एयरबेस भी भारत की पहुंच से परे नहीं है।
पिछले दो दिन में पाकिस्तान के चकवाल जिले में स्थित मुरीद एयरबेस भारत को निशाना बनाकर चलाए गए ड्रोन ऑपरेशन के एक केंद्र के रूप में उभरा। शाहपर-1 और बेरेक्टर टीबी2 जैसे उन्नत यूएवी और यूसीएवी संचालित करने वाले पाकिस्तानी वायुसेना के कई स्क्वाड्रन यहां तैनात हैं। यह बेस पाकिस्तान के ड्रोन युद्ध कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाता है, और निगरानी, हमलों के अलावा खुफिया जानकारी जुटाने में भी मदद करता है। इस एयरबेस पर भारतीय हमले को इस मिलिट्री फेसिलिटी से लॉन्च किए गए सैकड़ों ड्रोनों के पलटवार के रूप में देखा जाता है।
1965 के युद्ध में शामिल रहे स्क्वाड्रन लीडर सरफराज अहमद रफीकी के नाम पर, इस बेस में यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों के साथ-साथ जेएफ-17 और मिराज लड़ाकू विमानों के कई स्क्वाड्रन हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि भारत पर हाल के हमलों में इस्तेमाल हुए मुख्य विमानों में जेएफ-17 युद्धक विमान शामिल थे। पाकिस्तान के मध्य पंजाब में इस एयरबेस की लोकेशन पूर्वी और पश्चिमी दोनों मोर्चों पर त्वरित तैनाती को सक्षम बनाती है, और इसका बुनियादी ढांचा पाकिस्तान के वायु रक्षा नेटवर्क का इसे एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।
पीएएफ बेस रहीम यार खान पाकिस्तान की वायुसेना का एक सैन्य प्रतिष्ठान है जो दक्षिणी पंजाब के रहीम यार खान शहर के पास स्थित है। अपनी लोकेशन के कारण, यह एयरबेस दक्षिणी और पूर्वी पाकिस्तान में तेजी से तैनाती और संचालन के लिए रणनीतिक महत्व रखता है। यह कथित तौर पर राजस्थान से सटी सीमा के निकट एक महत्वपूर्ण अग्रिम संचालन बेस है।
कराची और हैदराबाद के बीच सिंध के जमशोरो जिले में स्थित पीएएफ सुक्कूर एयरबेस भोलारी दक्षिणी वायु कमान के अंतर्गत आता है। हाल ही में इसका उद्घाटन किया गया था। 19 स्क्वाड्रन और ऑपरेशनल कन्वर्जन यूनिट वाला यह बेस एफ-16ए/बी ब्लॉक 15 एडीएफ विमान संचालित करता है।
चुनिया एयरबेस पाकिस्तान की वायुसेना के प्राथमिक परिचालन ठिकानों में से एक है। पंजाब के चुनिया शहर के पास स्थित यह बेस लाहौर से लगभग 70 किमी. दक्षिण में स्थित है।
Published on:
11 May 2025 07:44 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
