एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने की नहीं मिली इजाजत
हिरासत में लिए जाने के बाद टीएमसी नेता एयरपोर्ट पर ही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए। उन्होंने कहा कि वो एयरपोर्ट छोड़कर नहीं जाएंगे। नेताओं का कहना है कि वो शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने सरकार के इशारे पर उन्हें जबरदस्ती हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए सभी नेताओं को अगली फ्लाइट से वापस भेजा जा सकता है।
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टीएमसी बोली- असम में सुपर इमरजेंसी लगी
असम की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हमारे नेताओं के साथ एयरपोर्ट पर बदसलूकी हुई है। उन्होंने कहा कि सांसदों और विधायकों को बलपूर्वक हिरासत में लिया गया है, जबकि उन्होंने किसी तरह का कानून नहीं तोड़ा था। इतना ही नहीं हिरासत में लेने से पहले उन्हें नोटिस तक नहीं दिया गया। हमारे लोग जनता से मिलने जा रहे थे, जो उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। ऐसा लग रहा है कि असम में सुपर इमरजेंसी लगी हुई है।
संसद में भी जारी है हंगामा
वहीं दूसरी ओर गुरुवार को लंच के बाद राज्यसभा में एनआरसी मुद्दे पर हंगामे के बीच दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। ऊपरी सदन में ‘खरीफ फसलों के लिए हाल में बढ़ाए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य व कृषि में चुनौतियों’ पर संक्षिप्त अवधि की चर्चा निर्धारित थी। इसकी शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह करने वाले थे। लेकिन, विपक्ष ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे को उठाया। विपक्ष चाहता था कि असम के कुछ सांसद इस मुद्दे पर बोलें और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह अपना बयान रखने की बजाय कुछ स्पष्टीकरण दें।
शाह के दोबारा बोलने पर भी विवाद
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के डेरेक ओ’ ब्रायन ने जानना चाहा कि नियम 267 के तहत उनके नोटिस को सभापति ने क्यों खारिज कर दिया। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सदन गृहमंत्री को सुनना चाहता है। सभापति एम.वेंकैया नायडू ने सहमति जताई कि गृहमंत्री से मंगलवार को हुई चर्चा का जवाब देने के लिए कहा जाना चाहिए।
फिर स्थगित हुई राज्यसभा
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब अमित शाह को अपना भाषण पूरा नहीं करने दिया गया तो दूसरे सांसदों को इस मुद्दे पर कैसा सुना जा सकता है। इस बीच कांग्रेस सांसद अपनी जगह पर खड़े हो गए और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सभापति के आसन के समक्ष नारेबाजी करने लगे। हंगामे के बीच नायडू ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।