25 मार्च को बना था कंट्रोल रूम 24 मार्च की सुबह करीब 11 बजे क्लेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बना था। यहां 8 लैंडलाइन फोन लगवाए गए थे जबकि दो व्हाट्सएप नंबर जारी हुए थे। चार लैंडलाइन आउटगोइंग के लिए थे, जबकि चार इनकमिंग के लिए थे। बाद में दो—दो लैंडलाइन नंबर और दो व्हाट्सऐप नंबर और बढ़ाए गए। शुरू में यहां 700 फोन कॉल्स प्रतिदिन आ रही थीं। जो बढ़ते—बढ़ते 1300 रोजाना तक पहुंच गईं। अब फोन कॉल्स थोड़ी कम हो गई हैं। 8 दिन में अब तक करीब 9 हजार फोन कंट्रोल रूम में आ चुके हैं।
पहले इस तरह के आते थे फोन डीएम का कहना है कि पहले लोग तमाम लोग कोरोना से बचाव व समाधान के लिए फोन कॉल्स किया करते थे। अब जितने भी फोन आ रहे हैं, वे राशन की किल्लत को लेकर आ रहे हैं। राशन उपलब्ध कराने के लिए भी तमाम सारी तैयारियां कंप्लीट कर ली गई हैं। डीएम आंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि जिले भर में राशन बांटने की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया गया है।
पिज्जा मांगने वाले को हवालात में डाला कई लोगों ने फोन कॉल करके बेफिजूल मांग भी की हैं। जैसे स्वार में एक शख्स ने कंट्रोल रूम में फोन करके चार समोसे मांगे। इस तरह ही कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ले के चाचा और भतीजे ने पान की डिमांड कर दी। जबकि एक ने तो पिज्जा की डिमांड कर दी। डीएम ने ऐसी फालतू की डिमांड करने वालों को अनोखी सजा दी। उन्होंने ऐसे लोगों से उनके मोहल्ले में उनसे नाली साफ करवाई गई। डीएम ने बताया कि कोई पिज्जा मांग रहा है तो कोई समोसा मांग रहा है। कोई पान मांग रहा है तो कोई बार—बार खाना मांग करके खाने को बर्बाद करने में लगा है। ऐसे लोगों पर केस भी दर्ज किया गया है। पिज्जा मांगने वाले को भी हवालात में डाल दिया गया।
चाचा—भतीजे को सिखाया सबक पान मांगने वाले चाचा—भतीजे को 50—50 हजार के निजी मुचलकों पर जमानत दी गई है। ऐसे मामलों में सख्त होने के बाद अब इस तरह की फोन कॉल्स पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। उन्होंने कहा कि 900 कॉल्स तो केवल उनके पास आई हैं। जबकि सोशल मीडिया पर बदमाशी करने वाले 35 करने वालों को उन्होंने डांट फटकार लगाई है। वहीं, अब तक दो लोगों से नाली साफ कराकर उनको सबक सिखा चुके हैं।