आपने अपनी जिंदगी में एक से एक जुगाड़बाज लोग से सामना किए होंगे, लेकिन पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल के जुगाडू कर्मचारियों का कोई तोड़ नहीं है। यहां के डीजलशेड के कर्मचारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जो किया, अब इसकी प्रशंसा पश्चिम रेलवे से लेकर देशभर के रेल मंडल में हो रही है। देखें वीडिओ में, क्या किया इन जुगाडू कर्मचारियों ने…
देखें वीडिओ : यह है देश के सबसे बडे़ जुगाडू कर्मचारी
रतलाम. आपने अपनी जिंदगी में एक से एक जुगाड़बाज लोग से सामना किए होंगे, लेकिन पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल के जुगाडू कर्मचारियों का कोई तोड़ नहीं है। यहां के डीजलशेड के कर्मचारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जो किया, अब इसकी प्रशंसा पश्चिम रेलवे से लेकर देशभर के रेल मंडल में हो रही है। देखें वीडिओ में, क्या किया इन जुगाडू कर्मचारियों ने…
डीजल शेड रतलाम के कर्मचारियों ने पेडल ऑपरेटेड हैंडवाश डिस्पेंसर मशीन बनाया है। इसके इस्तेमाल से बिना स्पर्श किये ही हैंडवाश का उपयोग किया जा सकता है, जो कोविड-19 के प्रसार को रोकने में भी सहयोग करेगा। डीजलशेड के कर्मचारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को बढऩे से रोकने के लिए स्वयं के लिए हाथ धोने की इस प्रकार की मशीन का निर्माण किया है जो हाथ के बजाए पैर से चलती है। डीजलशेड में हुए इस कार्य की वरिष्ठ यांत्रिकी इंजीनियर एसके गुप्ता सहित उनके कर्मचारियों की मंडल रेल प्रबंधक विनित गुप्ता, अपर मंडल रेल प्रबंधक केके सिन्हा आदि ने प्रशंसा की है।
तड़के पांच बजे आया मोबाइल, भाभी, मुन्ना के लिए दूध नहीं हैपहले भी किए है नए प्रयोग असल में यहां के कर्मचारियों ने इस प्रकार का कार्य पहली बार नहीं किया है। इसके पूर्व भी कर्मचारियों ने कई प्रकार के निर्माण कार्य इस प्रकार के प्रयोग में किए है। इसके पूर्व यहां के कर्मचारियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर विघ्नहर्ता भगवान गणपति की प्रतिमा का निर्माण किया है। यह सब करने के लिए इन कर्मचारियों ने सिर्फ डीजलशेड के उस सामान का उपयोग किया है जो किसी कार्य नहीं आता है। उदाहरण के लिए पेडल ऑपरेटेड हैंडवाश डिस्पेंसर मशीन को बनाने के लिए खराब हो चुके इंजन की सामग्री को उपयोग में लिया गया। इतना ही नहीं इन कर्मचारियों ने पेडल ऑपरेटेड हैंडवाश डिस्पेंसर मशीन निर्माण करके कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की दिशा में अनूठा कार्य किया है।