19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आंगनबाड़ी केंद्र को बनाया नंद घर: नंद घर में कान्हा मस्ती करेंगे, इधर सुदामा की टूटी झोपडिय़ां…

बचपन जीवन की मुख्य धारा से नहीं जुड़ पाता। इन बच्चों को ‘लोरी’ कौन सुनाए। कौन इनकी सार संभाल करें। ऐसेे में कुपोषण से बीमारियां घेर लेती है। ऐसा न हो इसके लिए जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों की सूरत भामाशाहों के सहयोग से बदल रही है।

2 min read
Google source verification
Anganwadi centers

रानोली कठमाणा क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों को रंग रोगन कर नंद घर बनाया गया हैं, यहां अब अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी।

रानोली कठमाणा. ‘संसाधनों की कमी व आर्थिंक तंगी के चलते कई बार बचपन जीवन Childhood life की मुख्य धारा से नहीं जुड़ पाता। इन बच्चों को ‘लोरी’ Children 'Lori' कौन सुनाए। कौन इनकी सार संभाल करें।

ऐसेे में कुपोषण से बीमारियां Diseases from malnutrition घेर लेती है। ऐसा न हो इसके लिए जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों anganwadi centers की सूरत भामाशाहों Bamaashans के सहयोग से बदल रही है। वहीं दूसरी और आज भी ऐसे कई केन्द्र हैं जो किराए के भवन में चल रहे हैं।

read more : आए दिन बढ़ती चोरी की वारदातों से ग्रामीण परेशान

इनमें से कइयों की हालत ऐसी है कि किराए का भवन भी टूटा फूटा केलूपोश टापर जैसा है। भामाशाहों Bamaashans
के सरकार और विभाग के साथ अनुबंध के बाद जिले में 79 आंगनबाड़ी केन्द्र स्मार्ट बन रहे हैं, जिनमें से कुछ का काम तो पूरा भी हो गया है।

read more : शहर में सफाई व्यवस्था की खुली पोल : झमाझम हुई जिले में पहली बारिश

वहीं जिले में 28 5 आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवन में चल रहे हैं। स्मार्ट केन्द्र ‘नंदघर’ Smart Center 'Nandghar'में पढऩे वाले कान्हा तो खूब मस्ती Very much fun करेंगे हैं वहीं टूटे फूटे, कचरे के ढेर में किराए से संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के सुदामाओं को सुविधाओं की दरकार रहेगी।

read more : प्रदेश की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में पहली बारिश में ही छह सेमी पानी की हुई आवक

विभाग ने वेदांता के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों Anganwadi centers को ‘नंद घर’ में तब्दील कर बचपन को जिंदा रखने की मुहिम शुरू की है। इसके तहत जहां इन बच्चों की सार संभाल कर मुस्कान वापस लाई जाती है, वहीं इनको कामयाबी की राह पर आगे बढ़ाया जाता है।

जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में से 79 को नंद घर में तब्दील किया गया हैं। जिले में 1486 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। यह नंद घर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

read more : नहीं मिली नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें, उपस्थिति दर्ज करवा कर लौट रहे विद्यार्थी
क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र 7 व 8 किराए के भवनों में चल रहे हैं। इनमें से एक तो इंदिरा आवास योजना Indira Housing Scheme में बने मकान के एक कमरे में चल रहा हैं। एक बारगी तो पता ही नहीं चलता यहां आंगनबाड़ी केंद्र हैं।

दूसरी और एक केंद्र झाड़-झखांड, बंबूलों के बीच बने एक बीच बने खंडहर मकान में संचालित हैं। जिस केंद्र पर जाने के लिए रास्ता भी सुगम नहीं हैं।

रानोली सहित क्षेत्र में वेदांता के सहयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रों Anganwadi centers को नंद घर बनाया गया है। इसी तरह जिले में पहले चरण में 79 केन्द्र बनाए गए हैं जिन्हें नंदघर नाम दिया गया है।

इन आंगनबाड़ी केंद्रों Anganwadi centers को आकर्षक रंग रोगन कर चमका दिया गया हैं। जल्द ही यहां एलसीडी सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी।

संबंधित खबरें