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भोपाल। प्रदेश के कई जिलों में 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। कुछ जिलों में इससे पहले से ही बारिश जारी है। इससे कई शहर जलमग्न हो गए हैं। नदी-नालों के उफान पर आ जाने से कई रास्ते बंद हैं। आवागमन ठप हो चुका है। विदिशा, गंजबासौदा, लटेरी, गुना में भी रेस्क्यू आपरेशन किया जा रहा है। इटारसी के पास सुखतवा पुल पर पानी होने के कारण भोपाल का सड़क संपर्क बैतूल से कट गया है। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है।
विदिशा जिले के लटेरी में इस्लाम नगर में बना डैम बारिश के चलते फूट गया। इससे कई गांवों में फसलें बर्बाद हो गई। सीहोर में करबला पुल से एक ऑटो सीवन नदी में बह गया। उसकी तलाश की जा रही है।
शिवपुरी जिले में बदरवास के ग्राम बड़ोखरा में 17.41 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन तालाब फूट गया। पांच गांव की फसल तबाह हो गई। अशोकनगर में कार समेत पांच लोग बह। इनकी तलाश की जा रही है। विदिशा में 3 टीमें, 2 ग्वालियर में, 1 सीहोर में, 1 नर्मदापुरम में और 1 जबलपुर में तैनाती की गई हैं।
मध्यप्रदेश में मंगलवार की ताजा स्थिति
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मुख्यमंत्री ने किया हवाई दौरा
मध्यप्रदेश में नर्मदा, बेतवा और चंबल नदी में बाढ़ है। इसके जद में आए कई गांवों में फसलें चौपट हो गई है। कई लोगों को अब भी रेस्क्यू करके निकाला जा रहा है। स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने मंगलवार को सुबह कई इलाकों का हवाई दौरा किया।
मंत्रियों से वीडियो काल पर बात की
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के मंत्रियों से वीडियो काल पर बात की और स्थिति के बारे में चर्चा की। चौहान ने मंत्रियों से कहा है कि वे अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में जाएं और लोगों की मदद करें। साथ ही वहां काम कर रही टीमों के संपर्क में रहे। इसके अलावा चौहान ने बाढ़ खत्म होने के बाद सभी प्रकार से सर्वे करने के लिए भी कहा, जिससे लोगों की मदद की जा सके।
रतलामः एक ही परिवार के 45 लोगों को सुरक्षित निकाला
रतलाम जिले के जावरा में हाथीखाना नरसिंहपुरा पड़ाखाना उदासी की बावड़ी क्षेत्रों में जलभराव के कारण कई परिवार फंस गए। उन्हें रेस्क्यू करके निकाला गया। जिला होमगार्ड से दो टीमों ने एक ही परिवार के 45 सदस्यों को रेस्क्यू करके निकाला।
श्योपुर में चंबल नदी ने मचाया तांडव
श्योपुर जिले में भी चंबल नदी उफान पर है। मंगलवार को सुबह चंबल का पानी जैनी गांव में घुस गया है। खेत पानी से लबालब भर गए हैं। विधायक बाबू जंडेल और एसडीएम लोकेंद्र सरल ने गांव पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। इधर, दांतरदा गांव में भी पानी घुसने की सूचना है।
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मंदसौर के पशुपतिनाथ एक बार फिर जलमग्न
मंदसौर में शिवना नदी की बाढ़ का पानी कम होने के बाद एक बार फिर बढ़ गया है। शिवना नदी एक बार फिर पशुपतिनाथ मंदिर के भीतर घुस गई है। नदी का पानी गर्भगृह में प्रवेश कर गिया है। शिवलिंग जलमग्न हो गया है। शहर के अशोक नगर में भी पानी भर गया है। लोग घरों के भीतर से पानी निकलते रहे। इधर, गांधी सागर बांध के सभी गेट ओपन कर दिए गए है। वर्तमान जलस्तर 1308.32 फीट है। पानी की आवक 921922 क्यूसेक, निकासी 421619 क्यूसेक है।
मंदसौर में जिले में अब तक हुई बारिश
मन्दसौर 35 इंच
सीतामऊ 30 इंच
सुवासरा 42 इंच
गरोठ 53 इंच
भानपुरा 44 इंच
मल्हारगढ़ 27 इंच
धुँधड़का 35इंच
शामगढ़ 45 इंच
मुरैनाः चंबल नदी का जल स्तर बढ़ा
चंबल में जलस्तर बढ़ने के साथ ही इसका असर उसकी नहर पर भी दिखाई दिया है। कैलारस-रामपुर मार्ग पर बड़ी नहर से छोड़े गए पानी से नंदूपुरा की गुरा नदी उफनने से रामपुर -कैलारस मार्ग के रपटे पर पानी आने से मार्ग बंद हुआ। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर गुरा नदी के रपटे से निकल रहे हैं । लोगों को रोकने के लिए प्रशासन की टीम नहीं मौजूद । रपटे को पार करते वक्त एक बाइक सवार बहते- बहते बच गया। ग्रामीणों की मदद से उसे बचाया गया।
तवा, बारना और बरगी डैम से बंद किया पानी
नर्मदापुरम से खबर है कि नर्मदा के उफान पर आने के कारण तवा डैम, बारना और बरगी डैम के गेट बंद कर दिए गए हैं। अब प्रशासन ने अल्टरनेट गेट खोलने की व्यवस्था की है। नर्मदा में लगातार बढ़ते जल स्तर को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
रतलाम में रेल की पटरियां डूबी
रतलाम जिले से खबर है कि आलोट में 24 घंटे में सबसे अधिक 11 इंच बारिश हो चुकी है। नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। पानी इतना है कि रेल पटरियां डूबी हुई हैं। रेल से लेकर सड़क मार्ग कई जगह बन्द हो गए हैं। जावरा शहर में पीलिया खाल क्षेत्र में एक परिवार के बाढ़ में फंसे होने की सूचना है। एक परिवार के तीन सदस्यों ने एक मंदिर में शरण ले रखी है। रतलाम शहर का हनुमान ताल का पानी मंदिर तक पहुंच गया है।
भोपाल में मंगलवार सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन
लगातार बारिश से भोपाल और उसके आसपास के गांवों में मंगलवार सुबह भी बाढ़ जैसे हालात हैं। बंदौरी गांव में 7 लोग बाढ़ में फंस गए थे। सोमवार को अंधेरा हने के कारण मंगलवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इन 7 लोगों में 3 बच्चे भी हैं। इधर, दामखेड़ा और समरधा टोला के निचले इलाकों में कलियासोत नदी का पानी भरने से करीब 200 से अधिक लोगों को स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है। कलियासोत, केरवा और भदभदा डैम से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति बनी है।
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नर्मदा में खतरा बरकरार
नर्मदापुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर चल रही है। मंगलवार को भी तवा के गेट खुलने से इसका जल स्तर अधिक रहा। वहीं बरगी डैम का पानी भी नर्मदापुरम तक पहुंचने के कारण इसके जल स्तर में और भी विस्तार हो सकता है। रायसेन जिले का बारना डैम से भी थोड़े अंतराल के बाद पानी छोड़ा जा रहा है। गौरतलब है कि इन तीनों ही डैम के एक साथ पानी छोड़ने की स्थिति में नर्मदा नदी में बाढ़ आ जाती है। इसे देखते हुए प्रशासन बेहद सतर्कता बरत रहा है।
आधे शहर में अभी तक नहीं आयी बिजली
राजधानी भोपाल की कई कॉलोनियों में एक मंजिल तक पानी भर जाने के कारण नाव चलाना पड़ी। मंगलवार को सुबह भी रातभर बारिश आने के कारण कई इलाकों में पानी भरा रहा। सोमवार को तेज आंधी में कई पेड़ बिजली लाइनों में गिर जाने से शहर में बिजली व्यवस्था प्रभावित रही। कई इलाकों में तो 17 से 20 घंटे तक बिजली नहीं रही। देर रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं ही बिजली व्यवस्था का जायजा लेने सड़क पर निकले थे। मंगलवार को भी सुबह से ही न्यू मार्केट क्षेत्र में बार-बार बिजली गुल हो रही है।
11 जिले में स्कूल बंद
लगातार बारिश से प्रदेश में जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बारिश और बाढ़ प्रभावित 11 जिलों में स्कूलों में मंगलवार को भी छुट्टी रहेगी।
भोपालः हिंगोनी और जनकपुरी बने टापू, 300 लोग फंसे
बैरसिया तहसील के हिंगोनी और जनकपुरी गांव बारिश के कारण टापू बन गए है। पानी लगातार बढ़ने के बाद लोग घरों की छतों और ऊंचाई वाली जगह पर पहुंच गए। करीब 300 लोग रातभर फंसे रहे। लोगों को पानी से निकालने में लगे रहे। लोगों का बोट के जरिए रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं, पुलिस और प्रशासन का अमला भी पूरी रात डटा रहा।
जेसीबी लेकर निकले सीएमओ और नपा अध्यक्ष
बैरसिया में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। बैरसिया नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि कुलदीप सिंह राठौड़ ने मंगलवार को दिनभर नगर में संभाला मोर्चा। सीएमओ राजेश सक्सेना और नगर पालिका अमले के साथ स्वयं मौजूद रहकर राहत और बचाव कार्य किया। अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव की समस्या हुई थी। जेसीबी लेकर खुद मौके पर मौजूद रहे।
Updated on:
23 Aug 2022 02:55 pm
Published on:
23 Aug 2022 10:11 am
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