
दीवार फिल्म के एक सीन में अमिताभ बच्चन। (फोटो सोर्स: X)
Blockbuster Film Deewaar: बॉलीवुड, हॉलीवुड, टॉलीवूड या फिर हो कॉलीवूड फिल्में अपनी कहानी के आधार पर ही दर्शकों के दिलों में सालों-साल राज करती हैं। कई फिल्में तो ऐसी होती है, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी अपनी जगह बनाती चलती हैं। इस कड़ी में बॉलीवुड की कई फिल्में अपनी जगह बना चुकी हैं। मगर आज हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं उस फिल्म का नाम है 'दीवार', और ये फिल्म साल 1975 में रिलीज हुई थी। इसके डायलॉग्स हों या फिर 'एंग्री यंग मैन'अमिताभ बच्चन लोगों को आज भी याद हैं।
फिल्म ने इसी साल रिलीज के 50 साल पूरे किये हैं। एक इंटरव्यू में फिल्म के निर्माता गुलशन राय के बेटे ने इससे जुड़ी कई रोचक बातें साझा की है, जो शायद आप नहीं जानते होंगे। राजीव एक लेखक, निर्देशक, निर्माता और संपादक हैं। उन्होंने बताया कि जब दीवार फिल्म बन रही थी तब वो कॉलेज में थे और 'दीवार', उनकी पसंदीदा फिल्मों में से एक है।
इसके आगे उन्होंने कहा, ‘मैं ये फिल्म एक बार नहीं बल्कि बार-बार देख सकता हूं, इसकी कहानी और अभिनय दोनों ही खूबसूरत और लाजवाब हैं। हालांकि, मैं इस फिल्म से डायरेक्ट नहीं जुड़ा था और न ही मेरा कोई योगदान था, मगर मैंने दीवार को लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाते देखा था। उस दौर से आगे की सोच को बयां करने वाली इस कहानी पर मुझे पूरा विश्वास था कि फिल्म सफल होगी मैं अक्सर अपने पिता से कहता भी था कि फिल्म जरूर हिट होगी।
अपने पिता गुलशन राय के बारे में बात करते हुए राजीव ने कहा, एक बार अगर वो किसी कहानी को करने के लिए अपना मन बना लेते थे तो उस प्रोजेक्ट को तुरंत हरी झंडी दे देते थे। दीवार के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था ये फिल्म निर्धारित बजट के अंदर बनी। आपको जानकर हैरानी होगी कि बिना किसी लेट-लतीफी के दीवार फिल्म केवल 76 शिफ्ट्स में बनकर तैयार हो गई थी। इस फिल्म को अनुमानित समय के अंदर बनने वाली फिल्म के तौर पर भी जाना जाता है।
फिल्म में कहानी के साथ-साथ गाने भी दिल को छू लेने वाले थे। इन गानों को दिग्गज संगीतकार आरडी बर्मन ने बनाया था, जिनमें ‘कह दूं तुम्हें, या चुप रहूं ‘ और ‘मैंने तुझे मांगा तुझे पाया है’ दर्शकों को काफी पसंद आए थे। राजीव बताते हैं, ‘ जब फिल्म बनकर तैयार हुई तो इससे दो गाने काट दिए गए थे। मुझे इसके बारे में ज्यादा नहीं पता ये मेरे पिताजी का फैसला था। 3 घंटे 16 मिनट की फिल्म को छोटा करके 3 घंटे 6 मिनट का कर दिया गया था।‘
इसकी कहानी, डायलॉग्स स्क्रीनप्ले सब जावेद अख्तर और सलीम खान की हिट जोड़ी ने ही लिखा था। आपको बता दें कि इस फिल्म की कहानी और डायलॉग्स सलीम-जावेद की जोड़ी ने मात्र 38 दिनों में लिखे थे। वहीं, फिल्म का डायलॉग, मेरा बाप चोर है…' को बच्चे के हाथ पर लिखने के पीछे की वजह भी जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में बताई थी।
अगर फिल्म की कहानी की बात करें तो इसमें एक बेबस मां है, जो पति के अचानक छोड़ जाने के बाद मेहनत-मजदूरी करके अपने दो बच्चों को पालती पोसती हैं। वो कैसे उनको पढ़ाती है और बड़ा करती है। फिल्म में सामाजिक भेदभाव है, आर्थिक तंगी है जिसके चलते उसी मां के दोनों बेटों के बीच दीवार खड़ी हो जाती है। उसका एक बेटा पैसा कमाने के लिए गलत राह चुनता है,, जबकि एक बेटा सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए पुलिस की वर्दी पहनता है।
फिल्म में अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, अमजद खान, नीतू सिंह, परवीन बॉबी और निरुपा रॉय जैसे दिग्गज कलाकारों ने मुख्य किरदार निभाए थे। यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में एक्शन, रोमांस, रोमांच सबकुछ था। उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी 'दीवार'। इस फिल्म को गुलशन राय ने अपने प्रोडक्शन हाउस 'त्रिमूर्ति फिल्म्स' से प्रोड्यूस किया था।
Published on:
05 Sept 2025 10:16 am
बड़ी खबरें
View Allबॉलीवुड
मनोरंजन
ट्रेंडिंग
