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हुआ यूं कि कांग्रेस को सर्किट हाउस के हॉल में शुक्रवार को ‘मेरा बूथ-मेरा गौरव कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक करनी थी। कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता यहां पहुंचे तो उन्हें सर्किट हाउस के कर्मचारियों ने बैठक करने से मना कर दिया। जब पूर्व सांसद सिंह की मौजूदगी में कार्यकर्ता हॉल में पहुंचे तो कुर्सियां और सोफे हटे मिले। यह भी पढ़ें
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इसे लेकर कांगे्स कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करना शुरू की, लेकिन सर्किट हाउस के कर्मचारी हॉल में सोफे और कुर्सियां लगाने को तैयार नहीं हुए। बाद में यह देखकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ही हॉल में कुर्सियां जमा ली और बैठक की। इधर, सर्किट हाउस मैनेजर समीउल्ला खान ने बताया कि राजनीतिक बैठकों की किसी भी पार्टी को इजाजत नहीं दे सकते। जिला प्रशासन का बताया आदेश सर्किट हाउस में मौजूद कर्मचारियों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बताया कि उन्हें जिला प्रशासन के अधिकारियों ने राजनीतिक बैठक आयोजित करवाने से मना कर दिया। ऐसे में अब सर्किट हाउस में बैठकें आयोजित नहीं होने देंगे। पंचायत समिति सदस्य नंद किशोर के साथ मिलकर कुर्सियां और सोफे जमाने पड़े।
इस मामले में युवक कांग्रेस प्रदेश महासचिव चर्मेश शर्मा सर्किट हाउस प्रशासन के सामने नाराजगी भी जाहिर की है। इस प्रकार राजनीतिक द्वेषता पूर्वक कांग्रेस को बैठने से नहीं रोकना चाहिए था। जिलाध्यक्ष, कांग्रेस सी.एल. प्रेमी का कहना है कि सर्किट हाउस प्रबन्धन का निर्णय उचित नहीं था। इस प्रकार किसी को बैठने से नहीं रोका जा सकता।