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यह भी दी सलाह
50 फीसदी गरीब परिवारों को कैश ट्रांसफर करना जरूरी है। इतना ही नहीं, मुफ्त अनाज बांटने के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गोदामों में पड़े अनाज का उपयोग भुगतान करने में भी किया जा सकता है। लोक निर्माण कार्य पर इस तरह से खर्च करने पर बैंक की वित्तीय स्थिति सुधरेगी और वो ज्यादा से ज्यादा कर्ज दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को फिर से जीवित करने के लिए पैसे की जरूरत पड़ेगी। सरकार को इसके लिए कर्ज लेना पड़ेगा।
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कर्ज लेने में संकोच ना करें
उन्होंने कहा कि इन सब कामों के लिए बहुत से रुपयों की जरुरत होगी। इसके लिए उन्हें सरकार को कर्ज लेने में बिल्कुल भी संकोच नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि सरकार को धन जुटाने के कुछ ठोस कदम इस प्रकार के हो सकते हैं।
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यह भी उठाने होंगे कदम
सरकार को एफआरबीएम के प्रावधानों को सरल बनाना होगा। इस साल अधिक कर्ज उठाने होंगे। डिसइंवेस्टमेंट को तेज करना होगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्वबैंक, एशियाई विकास बैंक आदि की 6.5 अरब डॉलर की पेशकश का इस्तेमाल करें। वहीं उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटे का मौद्रीकरण करें यानी सीधे रिजर्व बैंक को बॉन्ड देकर रुपया लें।