
Constipation Relief Yoga : कब्ज से राहत के लिए योग (फोटो सोर्स : Freepik)
Constipation Relief Yoga : कब्ज एक ऐसी दिक्कत है जिसमें या तो आपको आसानी से शौच नहीं हो पाता, या फिर मल इतना सख्त होता है कि उसे निकालना बेहद मुश्किल हो जाता है। ये काफी आम समस्या है, लेकिन इसकी वजह से आपको पेट में भारीपन, गैस और अनियमित शौच जैसी परेशानियां हो सकती हैं। बहुत से लोग कब्ज (Kabj ka Gharelu Upay) से जूझते हैं, और इसकी वजह से उनकी पूरी दिनचर्या बिगड़ सकती है। उन्हें जी मिचलाना, सिरदर्द और यहाँ तक कि भूख न लगने जैसी शिकायतें भी हो सकती हैं। (Constipation Relief Yoga)
कब्ज से राहत पाने के लिए खूब पानी पीना और स्वस्थ आहार लेना बहुत ज़रूरी है। इसके अलावा, कुछ (Constipation Relief Yoga) योगासन भी इसमें काफी मददगार साबित हो सकते हैं। ये आसन करने में आसान हैं और कोई भी इन्हें कर सकता है, लेकिन इन्हें शुरू करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लें। (kabj ka gharelu upay)
पवनमुक्तासन, जैसा कि नाम से ही पता चलता है, पेट की गैस और सूजन को कम करने में बहुत कारगर है। यह आपकी आंतों को उत्तेजित करता है और फँसी हुई गैस को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे पेट पर पड़ने वाला दबाव कम होता है।
सबसे पहले, अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं और पैरों को सीधा फैला लें।
अब धीरे-धीरे एक घुटने को मोड़कर अपनी छाती की तरफ लाएं।
अपने हाथों से घुटने को पकड़ें और धीरे से अपनी छाती के और करीब खींचें।
गहरी साँसें लेते हुए इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक रुकें।
वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं और दूसरे पैर के साथ भी यही दोहराएं।
अधिक फायदे के लिए, आप दोनों घुटनों को एक साथ छाती तक ला सकते हैं और थोड़ी देर के लिए रोक सकते हैं।
फायदे: यह आसन पेट के अंदरूनी अंगों की मालिश करता है, पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और फंसी हुई गैस को बाहर निकालने में मदद करता है।
Effective yogasan in Constipation
यह आसन जिसमें आप बिल्ली और गाय की तरह अपनी रीढ़ को मोड़ते हैं, आपके पेट को धीरे-धीरे स्ट्रेच करता है और पाचन अंगों को उत्तेजित करता है। इससे कब्ज (Constipation Relief Yoga) से राहत पाने में मदद मिलती है।
सबसे पहले, मेज जैसी स्थिति में अपने हाथों और घुटनों के बल आ जाएँ। आपके हाथ कंधों के ठीक नीचे और घुटने कूल्हों के ठीक नीचे होने चाहिए।
सांस लेते हुए अपनी पीठ को अंदर की तरफ मोड़ें, अपनी पूंछ की हड्डी और सिर को ऊपर उठाएँ (यह गाय मुद्रा है)।
सांस छोड़ते हुए अपनी रीढ़ को गोल करें, अपनी ठोड़ी को अपनी छाती की तरफ और पूँछ की हड्डी को नीचे लाएँ (यह बिल्ली मुद्रा है)।
इस क्रिया को धीरे-धीरे 8-10 बार दोहराएँ, अपनी सांस के साथ तालमेल बिठाते हुए।
फायदे: यह आसन पेट में रक्त संचार बढ़ाता है, आंतों की मालिश करता है, और पीठ व पेट के तनाव को कम करता है।
यह शांत करने वाला आसन आपकी पीठ के निचले हिस्से को स्ट्रेच करता है और पेट के हिस्से की मालिश करता है, जिससे उस पर पड़ने वाला दबाव कम होता है।
फर्श पर अपने पैरों को सीधा सामने फैलाकर बैठ जाएं।
सांस लेते हुए अपनी रीढ़ को लंबा करें, जैसे आप ऊपर की ओर खींच रहे हों।
सांस छोड़ते हुए अपने कूल्हों से आगे की ओर झुकें, अपने पैरों या पिंडलियों को पकड़ने की कोशिश करें।
अपनी पीठ को यथासंभव सीधा रखें। उसे गोल न होने दें।
गहरी सांसें लेते हुए इस स्थिति में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रुकें।
फायदे: यह आसन पेट पर धीरे से दबाव डालता है, जिससे पाचन क्रिया उत्तेजित होती है और मल को आंतों से आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
मलासन, जिसे गरलैंड पोज़ या उकड़ूं बैठने वाला पोज़ भी कहते हैं, आपके हिप्स को खोलने और पेट साफ (Constipation Relief Yoga) करने में मदद करता है। यह आसन आपके शरीर के निचले हिस्से को मज़बूत करता है और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में बहुत फायदेमंद है।
इसे करना बहुत आसान है:
सबसे पहले, अपने पैरों को कंधों से थोड़ा ज़्यादा चौड़ा करके खड़े हो जाएं।
अब, जितना नीचे आराम से जा सकें, उतना उकड़ूं बैठें, ध्यान रहे कि आपकी एड़ियां ज़मीन पर टिकी रहें।
अपने दोनों हाथों को नमस्ते की मुद्रा में अपनी छाती के सामने लाएं।
अपनी कोहनियों का इस्तेमाल करके अपने घुटनों को धीरे-धीरे बाहर की ओर धकेलें।
इस अवस्था में 30 सेकंड तक गहरे सांस लेते हुए रुकें।
यह आसन आपके पेल्विक एरिया को खोलने में मदद करता है, आपके पैरों और कूल्हों को मज़बूत बनाता है, और पेट साफ करने में बहुत सहायक होता है। अगर आपको कब्ज़ (Constipation Relief Yoga) की समस्या है, तो यह आसन आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।
सेतुबंधासन, जिसे ब्रिज पोज़ या पुल आसन भी कहते हैं, एक हल्का बैकबेंड है जो आपकी छाती को खोलता है और पेट के अंगों को सक्रिय करता है। यह आसन पाचन सुधारने और कब्ज़ से राहत दिलाने में बहुत फायदेमंद है।
इसे करना बहुत आसान है:
सबसे पहले, अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को मोड़ें और पैरों को ज़मीन पर सीधा रखें, पैरों के बीच उतनी दूरी रखें जितनी आपके कूल्हों की चौड़ाई है।
अपनी भुजाओं को शरीर के साथ रखें, हथेलियाँ ज़मीन की ओर होनी चाहिए।
अपने पैरों और भुजाओं को ज़मीन पर दबाते हुए, अपने कूल्हों को छत की ओर उठाएं। कोशिश करें कि आपका शरीर एक पुल जैसा दिखे।
इस अवस्था में 30 सेकंड से 1 मिनट तक गहरे सांस लेते हुए रुकें।
धीरे-धीरे अपने कूल्हों को वापस ज़मीन पर ले आएं।
यह आसन आपके पेल्विक एरिया और पेट में रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे पाचन में सुधार होता है और कब्ज़ से राहत मिलती है। यह आपकी रीढ़ की हड्डी को भी लचीला बनाता है और तनाव कम करने में मदद करता है।
Published on:
29 May 2025 04:19 pm
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