राज्य के सभी विषयों को इसमें शामिल किया गया है। मूलभूत संसाधन सहित सड़क, ग्रामीण विकास, महिला उत्थान, ग्रामीण क्षेत्रो में दर्मिक स्थानों के विकास के लिए जोर पेंशन, किसानों को कर्ज मुक्ति, बेरोजगार युवाओं को फेलोअप और शिष्यावृत्ति देने की घोषणा की गई है। उद्धव ने कहा कि भाजपा शिवसेना की महायुति में शिवसेना ने घोषणा पत्र में राज्य के हित में जो उचित लगा उसे जाहिर किया है। उन्होंने राम मंदिर के मामले पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। मौजूदा समय में राज्य में आचार संहिता है, यदि राम मंदिर को लेकर उन्होंने कुछ बयान दिया तो आचार संहिता का उल्लंघन होगा, उन पर केस भी दर्ज हो सकता है।
आरे के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि काफी संवेदनशील मामला है राज्य के सभी पार्टियों को इस विषय पर आगे आएं और अपने अपने मत स्पष्ट करें। सभी लोग एक मंच पर आएं मैं चर्चा करने के लिए तैयार हूं। उन्होंने चुनौती दिया कि यदि आरे को लेकर सभी दल एक मत है तो सामने आएं। आरे में वृक्ष कटाई को लेकर शिवसेना हमेशा विरोध करती रही है शिवसेना भाजप के साथ महा यूपी में तो हैं लेकिन आरे के मामले में दोनों के मत अलग-अलग है। आम जनता के 300 यूनिट तक बिजली के इस्तेमाल पर दर में 30 परसेंट कटौती करने की घोषणा है। किसानों को फसल उत्पादन के लिए लगने वाले बिजली को भी सस्ती किए जाने और गृह निर्माण क्षेत्र पर जोर देने का भी ऐलान किया है।