Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान (फ्लाइट AI-171) के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, इस विमान के दाहिने इंजन को तीन महीने पहले, मार्च 2025 में बदला गया था। यह जानकारी दुर्घटना की जांच को नया मोड़ दे सकती है।
12 जून को दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही फ्लाइट AI-171 मेघानीनगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गई और आग का गोला बन गई। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे ब्रिटिश यात्री विशवाशकुमार रमेश गंभीर रूप से घायल हैं। जमीन पर भी 38 लोगों की जान गई, जिससे कुल मृतकों की संख्या 279 हो गई। यह 21वीं सदी की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक है।
खबरों के अनुसार, लगभग 12 साल पुराने इस विमान के राइट साइड इंजन की हाल ही में मरम्मत की गई थी और इसे मार्च 2025 में बदला गया था। इस खुलासे ने जांच एजेंसियों का ध्यान इंजन की तकनीकी स्थिति और रखरखाव की प्रक्रिया की ओर मोड़ा है। हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है, और जांच दल कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) से प्राप्त डेटा का विश्लेषण कर रहा है।
प्रारंभिक जांच में संदेह जताया गया है कि हादसे का कारण दोनों इंजनों में एक साथ थ्रस्ट की कमी, बर्ड स्ट्राइक, हाइड्रोलिक या इलेक्ट्रॉनिक खराबी, या फ्लैप्स में त्रुटि हो सकती है। एक वायरल वीडियो में रैम एयर टरबाइन (RAT) के सक्रिय होने की आवाज सुनाई दी, जो डबल इंजन फेल्योर की स्थिति में स्वचालित रूप से शुरू होता है। इसके अलावा, कुछ सूत्रों ने दावा किया कि दोनों इंजनों में ईंधन आपूर्ति रुकने के कारण वे बंद हो गए थे।
हादसे से ठीक पहले पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल ने कंट्रोल रूम को संदेश भेजा, "थ्रस्ट नहीं मिल रहा… गिर रहे हैं… मेडे! मेडे! मेडे!" यह उनका आखिरी संदेश था। कैप्टन सभरवाल और को-पायलट क्लाइव कुंदर, दोनों मुंबई के रहने वाले थे, और उनकी मौत ने उनके परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया।
भारत सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समिति गठित की है, जो तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके अलावा, अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) भी जांच में शामिल हैं, क्योंकि विमान बोइंग और इसके इंजन जनरल इलेक्ट्रिक द्वारा निर्मित हैं।
हादसे के बाद स्थानीय निवासियों ने पहले-पहल बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक व्यवसायी राजू पटेल ने मलबे से 70 तोले सोना, नकदी, और अन्य कीमती सामान बरामद कर अधिकारियों को सौंपा। हादसे का एक वीडियो 17 वर्षीय आर्यन असारी ने रिकॉर्ड किया, जो अब जांच का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
एयर इंडिया ने हादसे के बाद कई उड़ानें रद्द कीं, और अन्य एयरलाइंस जैसे इंडिगो, लुफ्थांसा, और ब्रिटिश एयरवेज ने भी तकनीकी समस्याओं या बम धमकियों की वजह से उड़ानें प्रभावित होने की सूचना दी।
Published on:
18 Jun 2025 02:05 pm