6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अपनी राशि के हिसाब से पहने ये रत्न, रातों-रात जाग उठेगा सोया भाग्य

कुछ गंभीर और बुरी परिस्थितियों से बचने के लिए ज्योतिषाचार्य हमें कुछ रत्नों को धारण करने की सलाह देते हैं, ताकि आने वाले संकटों के परिणाम कुछ हद तक कम किए जा सकें या टाले जा सकें। यही नहीं कभी-कभी जब भाग्य साथ नहीं देता, तो यही रत्न भाग्योदय करने में हमारी मदद करते हैं...

8 min read
Google source verification

image

Sanjana Kumar

Dec 23, 2022

lucky_gemstone.jpg

भोपाल। ज्योतिष शास्त्र में बेशकीमती रत्नों को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि हमारे जीवन पर ग्रहों का सीधा असर पड़ता है। ग्रहों के अनुरूप ही हमारा जीवन चक्र चलता है। यही कारण है कि ज्योतिष हमारी कुंडली देखकर ग्रहों की चाल से समझ जाते हैं कि हमारा भविष्य क्या होगा? ऐसे में कुछ गंभीर और बुरी परिस्थितियों से बचने के लिए ज्योतिषाचार्य हमें कुछ रत्नों को धारण करने की सलाह देते हैं, ताकि आने वाले संकटों के परिणाम कुछ हद तक कम किए जा सकें या टाले जा सकें। यही नहीं कभी-कभी जब भाग्य साथ नहीं देता, तो यही रत्न भाग्योदय करने में हमारी मदद करते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं रत्न ज्योतिषाचार्य संदीप सोनी के बताए ऐसे रत्न जिन्हें अपनी राशि के मुताबिक आप धारण कर सकते हैं और अपनी किस्मत आजमा सकते हैं...

ये भी पढ़ें:इन अक्षरों से होते हैं जिनके नाम, भाग्यशाली होते हैं ये लोग, अचानक चमकती है इनकी किस्मत

ये भी पढ़ें:Vastu Tips : क्रिसमस 2022 की रात चुपके से करें ये काम, बदल जाएगी आपकी जिंदगी

मेष राशि
मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। मंगल ग्रह का रत्न मूंगा को माना जाता है। इसलिए मेष राशि वालों के लिए मूंगा रत्न शुभ माना जाता है। मेष राशि वाले यदि मूंगा रत्न धारण करें, तो इससे उन्हें शारीरिक-मानसिक बल, धन-वैभव, रिश्ते, दोस्त आदि कई सुख मिलते हैं।

ऐसे करें धारण
मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। मंगल ग्रह को बल प्रदान करने के लिए मूंगा रत्न पहना जाता है। मंगल ग्रह के लिए लाल रंग का मूंगा शुभ माना जाता है। इसलिए आपकी राशि यदि मेष है, तो आप लाल रंग का मूंगा धारण कर सकते हैं। मूंगा रत्न को दाएं हाथ की कनिष्का या तर्जनी उंगली में पहनना चाहिए। इसे मंगलवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण करना चाहिए।

ये भी पढ़ें:नए साल में कुछ नई आदतें बनाने का लें संकल्प, जाग जाएगी किस्मत

ये भी पढ़ें: इन अक्षरों से होते हैं जिनके नाम, भाग्यशाली होते हैं ये लोग, अचानक चमकती है इनकी किस्मत

वृषभ राशि
वृषभ राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है और शुक्र राशि का रत्न हीरा है। इसलिए वृषभ राशि वालों को हीरा रत्न धारण करना चाहिए। हीरा रत्न वृषभ राशि वालों की आकर्षण शक्ति को बढ़ाता है। हीरा रत्न वृषभ राशि वालों की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है।

ऐसे करें धारण
हीरा शुक्र ग्रह का रत्न है। हीरा रत्न शुक्रग्रह को बलवान बनाता है। हीरा रत्न को दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद धारण करना चाहिए। हीरा बहुत महंगा रत्न है और धन-वैभव का प्रतीक माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से उन्हें जीवन में सुख-सुविधा, ऐश्वर्य, खुशहाली सब कुछ मिलता है।

ये भी पढ़ें: 1 जनवरी को बन रहा है दुर्लभ संयोग, इन देवताओं की पूजा से पूरा साल बीतेगा जीवन खुशहाल

ये भी पढ़ें: भूलकर भी ये चीजें न दान दें और न ही करें गिफ्ट, पुण्य की जगह मिलेगा दुर्भाग्य

मिथुन राशि
मिथुन राशि का स्वामी बुध है और बुध ग्रह का रंग हरा है। इसलिए मिथुन राशि वालों को हरे रंग का पन्ना रत्न पहनना चाहिए। मिथुन राशि के लोग यदि पन्ना रत्न धारण करते हैं, तो इससे उन्हें अच्छी वाणी, बिजनेस में मुनाफा, तन्दुरुस्ती, धन-धान्य तथा अन्य बहुत कुछ प्राप्त होता है।

ऐसे करें धारण
पन्ना रत्न बुध ग्रह को बल प्रदान करने के लिए पहना जाता है। जब आप पन्ना रत्न खरीदने जाते हैं, तो पन्ना रत्न की चमक, वजन, पारदर्शिता आदि को देखते हुए इसका मूल्य तय किया जाता है। पन्ना रत्न को दाएं हाथ की अनामिका उंगली में बुधवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण करना शुभ माना गया है।

ये भी पढ़ें: नए साल 2023 में रात में शुरू हो रही है मकर संक्रांति की तिथि, जानें कब मनाया जाएगा पर्व

ये भी पढ़ें:नए साल 2023 में बनने जा रहा है केंद्र त्रिकोण राजयोग, इन तीन राशियों का चमकेगा भाग्य

कर्क राशि
कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्र है और चंद्र ग्रह का रत्न मोती है। इसलिए कर्क राशि के जातकों को मोती रत्न पहनना चाहिए। कर्क राशि के जातक यदि सफेद मोती रत्न धारण करते हैं, तो उन्हें मानसिक शांति मिलती है। इसके साथ ही अच्छा स्वास्थ्य, भौतिक सुख-सुविधाएं और लंबी आयु प्राप्त होती है।

ऐसे धारण करें
चंद्र ग्रह को बल प्रदान करने के लिए मोती रत्न पहना जाता है। मोती समुद्र से सीप के मुंह से प्राप्त होता है। ज्योतिषशास्त्र में सफेद मोती को सबसे उत्तम माना जाता है। मोती रत्न को दायें हाथ की अनामिका या कनिष्का उंगली में सोमवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण करना चाहिए।

ये भी पढ़ें:किसी भी दिन करें यह दान, लाता है सौभाग्य, मिलता है राजयोग

ये भी पढ़ें:नए साल में तुलसी का ये एक उपाय बना देगा अमीर, दूर हो जाएगी हर परेशानी

सिंह राशि
सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है और सूर्य का रंग लाल है। इसलिए सिंह राशि वाले लोगों को माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए। सिंह राशि के लोग यदि माणिक्य रत्न पहनते हैं, तो उन्हें बिजनेस में लाभ होता है। अच्छा स्वास्थ्य, ऊंचा मुकाम और प्रसिद्धि मिलती है।

ऐसे करें धारण
माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह का रत्न है। इसलिए माणिक्य रत्न सूर्य को बल प्रदान करने के लिए पहना जाता है। माणिक्य रत्न को दाएं हाथ की कनिष्का उंगली में रविवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण किया जाता है।

ये भी पढ़ें:नए साल की शुरुआत में है पौष पुत्रदा एकादशी, जानें कैसे करें व्रत और पूजा विधि भी

ये भी पढ़ें:टैरो कार्ड कहते हैं सभी राशियों के लिए मिला-जुला रहेगा नया साल 2023, यहां पढ़े अपना राशिफल

कन्या राशि
कन्या राशि का स्वामी बुध ग्रह है और इसका रंग हरा है। इसलिए कन्या राशि वालों के लिए हरे रंग का पन्ना रत्न शुभ होता है। कन्या राशि वाले लोग यदि पन्ना रत्न धारण करते हैं, तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। धन-वैभव और अच्छा स्वास्थ्य मिलता है।

ऐसे करे धारण
पन्ना रत्न बुध ग्रह को बल प्रदान करने के लिए पहना जाता है। जब आप पन्ना रत्न खरीदने जाते हैं, तो पन्ना रत्न की चमक, वजन, पारदर्शिता आदि को देखते हुए इसका मूल्य तय किया जाता है। पन्ना रत्न को दाएं हाथ की अनामिका उंगली में बुधवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण करना चाहिए।

ये भी पढ़ें: किसी भी दिन करें यह दान, लाता है सौभाग्य, मिलता है राजयोग

ये भी पढ़ें:बुधवार को कर लें बस ये एक काम, तिजोरी में बढऩे लगेगा पैसा, गणपति जी हर हाल में रखेंगे खुश

तुला राशि
तुला राशि पर शुक्र ग्रह शासन करता है। शुक्र ग्रह का रत्न हीरा है। इसलिए तुला राशि के जातकों को हीरा रत्न पहनना चाहिए। हीरा रत्न वृषभ राशि वालों की आकर्षण शक्ति को बढ़ाता है। हीरा रत्न वृषभ राशि वालों की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है।

ऐसे करें धारण
हीरा शुक्र ग्रह का रत्न है। हीरा रत्न शुक्र ग्रह को बलवान बनाता है। हीरा रत्न को दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद धारण करना शुभ माना जाता है।

ये भी पढ़ें:28 दिसंबर से इन राशियों को मिलेंगी खुशियां, नए साल से पहले मिल जाएगा ये बड़ा लाभ

ये भी पढ़ें: Christmas पर Vastu अनुसार चुनें Gift, देंगे समृद्धि और खुशहाली

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और मंगल ग्रह का रंग लाल है। इसलिए वृश्चिक राशि वालों को लाल रंग का मूंगा रत्न पहनना चाहिए। वृश्चिक राशि वाले यदि मूंगा रत्न धारण करते हैं, तो उन्हें शारीरिक-मानसिक बल, धन-वैभव, रिश्ते, दोस्त आदि कई सुख मिलते हैं।

ऐसे करें धारण
मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। मंगल ग्रह को बल प्रदान करने के लिए मूंगा रत्न पहना जाता है। मंगल ग्रह के लिए लाल रंग का मूंगा शुभ माना जाता है। मूंगा रत्न को दाएं हाथ की कनिष्का या तर्जनी उंगली में मंगलवार को सुबह स्नान करने के बाद पहनना चाहिए।

ये भी पढ़ें:इस बार शुभ महायोगों में होने जा रहा है नए साल 2023 का आगाज, तरक्की के लिए पहले दिन जरूर करें ये उपाय

ये भी पढ़ें:ये शुभ महायोग और संयोग नव वर्ष 2023 को बनाएंगे ऊर्जावान, मंगलमय रहेगा साल

धनु राशि
धनु राशि का स्वामी ग्रह गुरु है और गुरु का रंग पीला है इसलिए धनु राशि के जातकों को पुखराज रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। धनु राशि के लोग यदि पीला पुखराज रत्न पहनते हैं, तो इससे उनका मान-सम्मान बढ़ता है। धन-वैभव और विद्या में वृद्धि होती है। सेहत अच्छी रहती है और ऊर्जा हमेशा बनी रहती है।

ऐसे करें धारण
पीला पुखराज गुरु ग्रह का रत्न है। इसलिए गुरु ग्रह को बल प्रदान करने के लिए पीला पुखराज रत्न पहना जाता है। पुखराज रत्न कीमती रत्नों में से एक है। पुखराज रत्न को दाएं हाथ की तर्जनी उंगली में गुरुवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद धारण करना शुभ माना गया है।

ये भी पढ़ें: क्या आप जानते हैं कहां है दुनिया का सबसे बड़ा विष्णु मंदिर? इस फ्लाइट से आप भी पहुंच सकते हैं यहां

ये भी पढ़ें:आपके भी इस हाथ में होती है खुजली, तो जरूर पढ़ लें ये खबर आने वाला है खूब पैसा

मकर राशि
मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है और शनि का रंग काला है। इसलिए मकर राशि के जातकों को नीलम रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। मकर राशि के लोग यदि नीलम रत्न धारण करते हैं, तो इससे उन्हें आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य लाभ, यश-कीर्ति और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।

ऐसे करें धारण
नीलम रत्न शनि ग्रह का रत्न है। इसलिए शनि ग्रह को बल देने के लिए नीलम रत्न पहना जाता है। मान्यता है कि नीलम रत्न यदि आपके लिए शुभ हो, तो वो रातोंरात आपकी जिंदगी बदल देता है। लेकिन ये यदि आपके लिए शुभ नहीं है, तो ये नुकसान भी कर सकता है इसलिए नीलम रत्न पहनने से पहले इसकी अच्छी तरह जांच जरूर करा लें। नीलम रत्न को दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में शनिवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण करें।

ये भी पढ़ें:मंगलवार को जरूर आजमाएं ये असरदार टोटके, हर कष्ट दूर करेंगे संकट हनुमान

संबंधित खबरें

ये भी पढ़ें:टपक रहा है नल तो, हो जाएं सावधान, वरना पाई-पाई ले डूबेगा पानी

कुंभ राशि
मकर राशि की तरह ही कुंभ राशि का स्वामी भी शनि ग्रह ही है। इसलिए कुंभ राशि के लोगों को नीलम रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। कुंभ राशि के लोग यदि नीलम रत्न धारण करते हैं, तो इससे उन्हें आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य लाभ, यश-कीर्ति और आत्मविश्वास मिलता है।

ऐसे करें धारण
नीलम रत्न शनि ग्रह का रत्न है इसलिए शनि ग्रह को बल देने के लिए नीलम रत्न पहना जाता है। मान्यता है कि नीलम रत्न यदि आपके लिए शुभ है, तो वह रातोंरात आपका सोया भाग्य चमका देगा। लेकिन यदि वह शुभ नहीं है, तो ये भारी नुकसान भी कर सकता है। इसलिए नीलम रत्न पहनने से पहले इसकी अच्छी तरह जांच ज़रूर करा लें। नीलम रत्न को दायें हाथ की मध्यमा उंगली में शनिवार को सुबह स्नान करने के बाद धारण किया जाना शुभ माना गया है।

ये भी पढ़ें: कुंभ राशि में आने वाले हैं शनिदेव(Shani gochar 2023), नए साल 2023 में मचाएंगे उथल-पुथल

ये भी पढ़ें: सूर्य ने बदली राशि, विदेश जाने वाले हैं इस राशि के लोग

मीन राशि
मीन राशि के स्वामी ग्रह राहु तथा शनि दोनों हैं। मीन राशि के लोगों को गुरु ग्रह का रत्न पीला पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है। इससे मीन राशि के लोगों की सेहत अच्छी रहती है। उन्हें यश-कीर्ति मिलती है। इसके साथ ही आप मोती और मूंगा भी धारण कर सकते हैं। आपके लिए कौन-सा रत्न सही है, ये आप अपने ज्योतिष से पूंछकर ही पहनें। ज्योतिषाचार्य आपकी कुंडली के अन्य ग्रहों की स्थिति देखते हुए आपको कोई एक या फिर दो रत्न पहनने की सलाह देंगे।

ये भी पढ़ें:नए साल में घर में ले आएं ये चीजें, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा पैसा

ये भी पढ़ें: ये है सबसे बड़ा जैन तीर्थ, इसे देखे बिना अधूरा माना जाता है जीवन