इससे पहले सभी विधायकों को गांधी नगर बुलाया गया है। इसी कड़ी में नए विधायकों को मंत्री बनाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। दरअसल गुजरात के मुख्यमंत्री पाटीदार समाज से आते हैं। माना जा रहा है कि पार्टी की ओर से सभी समुदाय को ध्यान में रखकर उनका उचित प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया जा रहा है।
यह भी पढ़ेँः Bhupendra Patel Oath: भूपेंद्र पटेल बने गुजरात के 17वें मुख्यमंत्री, PM Modi ने ट्वीट कर दी बधाई केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दिल्ली जाने से पहले गुजरात बीजेपी के निरीक्षक भूपेंद्र यादव से मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चा की। दरअसल यादव को गुजरात के मंत्रिमंडल गठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नए मंत्रिमंडल में युवाओं एवं महिलाओं को अधिक स्थान मिल सकता है। जातीय समीकरण को बिठाने के साथ साफ-सुथरी छवि के नेताओं को इसमें शामिल किया जाएगा उधर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर भी संशय है।
नए मंत्रिमंडल में युवाओं एवं महिलाओं को अधिक स्थान मिल सकता है। जातीय समीकरण को बिठाने के साथ साफ-सुथरी छवि के नेताओं को इसमें शामिल किया जाएगा उधर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर भी संशय है।
इन चेहरों को मिल सकती है जगह
भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी व वरिष्ठ विधायक डॉ नीमाबेन आचार्य जैसे दो बड़े चेहरों को शामिल किया जा सकता है। खास बात यह है कि ये दोनों ही ब्राह्मण समुदाय से हैं।
भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी व वरिष्ठ विधायक डॉ नीमाबेन आचार्य जैसे दो बड़े चेहरों को शामिल किया जा सकता है। खास बात यह है कि ये दोनों ही ब्राह्मण समुदाय से हैं।
इसके अलावा बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी, विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक पंकज देसाई के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है। वहीं गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा को कैबिनेट रेंक मिल सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष बन सकते हैं चूड़ासामा
रुपाणी मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा की छुट्टी हो सकती है। राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया जा सकता है। इन नामों की भी चर्चा
भूपेंद्र भाई पटेल के कैबिनेट के लिए भाजपा अध्यक्ष पाटिल के करीबियों को जगह मिलना संभव हैं। इनमें सूरत के विधायक हर्ष संघवी और संगीता पाटिल, अहमदाबाद एलिसब्रिज से विधायक राकेश शाह वडोदरा से विधायक मनीषा वकील, दुष्यंत पटेल भरूच, मोहन डोडिया महुआ प्रमुख रूप से शामिल हैं।
रुपाणी मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा की छुट्टी हो सकती है। राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया जा सकता है। इन नामों की भी चर्चा
भूपेंद्र भाई पटेल के कैबिनेट के लिए भाजपा अध्यक्ष पाटिल के करीबियों को जगह मिलना संभव हैं। इनमें सूरत के विधायक हर्ष संघवी और संगीता पाटिल, अहमदाबाद एलिसब्रिज से विधायक राकेश शाह वडोदरा से विधायक मनीषा वकील, दुष्यंत पटेल भरूच, मोहन डोडिया महुआ प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इसके साथ ही ऋषिकेश पटेल विसनगर, आत्माराम परमार गढडा, गोविंद पटेल राजकोट, किरीट सिंह राणा लिंबडी, कीर्ति सिंह वाघेला कांकरेज विधायक का नाम मंत्रीमंडल के लिए चर्चा में हैं। यह भी पढ़ेंः Coronavirus In Gujarat: सूरत, राजकोट समेत गुजरात के 8 शहरों में Night Curfew का ऐलान, जानिए कब तक रहेगा लागू नितिन पटेल पर नजर
नितिन पटेल को नए मंत्रिमंडल में बनाया रखा जाएगा या नहीं, इसको लेकर पार्टी में अटकलें लगाई जा रही हैं। नितिन पटेल विजय रूपाणी के नेतृत्व वाले कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री थे। नितिन पटेल के पाटीदार समुदाय के बड़े नेता के तौर पर जाना जाता है, लेकिन सीएम पद के लिए बीजेपी आलाकमान ने भूपेंद्र पटेल के नाम पर मुहर लगाई। ऐसे में सीएम और डिप्टी सीएम दोनों एक ही समाज के लोगों को दिए जाने की संभावना कम है।
नितिन पटेल को नए मंत्रिमंडल में बनाया रखा जाएगा या नहीं, इसको लेकर पार्टी में अटकलें लगाई जा रही हैं। नितिन पटेल विजय रूपाणी के नेतृत्व वाले कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री थे। नितिन पटेल के पाटीदार समुदाय के बड़े नेता के तौर पर जाना जाता है, लेकिन सीएम पद के लिए बीजेपी आलाकमान ने भूपेंद्र पटेल के नाम पर मुहर लगाई। ऐसे में सीएम और डिप्टी सीएम दोनों एक ही समाज के लोगों को दिए जाने की संभावना कम है।
ऐसे में देखना होगा कि नितिन पटेल को नई कैबिनेट में रोल मिलता भी है या नहीं और अगर मिलता है तो क्या भूमिका रहेगी।