
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हमले को केवल कश्मीर नहीं, बल्कि पूरे भारत और मानवता पर हमला करार दिया। प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह हमला किसी सामान्य व्यक्ति का नहीं बल्कि शैतान की मानसिकता का परिणाम है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि अब पाकिस्तान का स्थायी और निर्णायक इलाज जरूरी हो गया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया आतंकवाद से परेशान है और आज सभी देश भारत के साथ खड़े हैं।
वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बयान देते हुए कहा कि भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर काफी हद तक नियंत्रण पाया है, लेकिन यदि स्थानीय सरकारें अलगाववाद का समर्थन करती रहेंगी, तो ऐसी घटनाएं रुकेंगी नहीं।
राजनीतिक नेताओं ने भी इस आतंकी घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे एक कायरतापूर्ण और अमानवीय कृत्य बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की।
सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में शामिल होने के संदेह में तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं। इन संदिग्धों की पहचान आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में की गई है। हमले में 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।
यह आतंकी हमला न केवल एक सुरक्षा चूक की ओर इशारा करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक नीति की सख्त जरूरत है। जनता और नेताओं की एकजुट आवाज अब ठोस और निर्णायक कदमों की मांग कर रही है।
Updated on:
23 Apr 2025 05:04 pm
Published on:
23 Apr 2025 05:02 pm
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