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इन चीजों पर पड़ेगा महंगाई का असर
ट्रांसपोर्ट के अलावा टैक्सी किराया, खेती लागत और निर्माण कार्यों पर भी डीजल के दाम में वृद्घि का असर पड़ेगा। लॉकडाउन की वजह से राजधानी समेत आसपास के क्षेत्रों में भवन आदि निर्माण कार्य बंद थे। इनमें से ज्यादातर तो बारिश के चलते कुछ दिन पहले ही शुरू हुए हैं, लेकिन डीजल की बढ़ी कीमतें भवन निर्माण की लागत भी बढ़ा रही हैं। डीजल से चलने वाली टैक्सी का किराया भी बढ़ने के संकेत हैं। इस महंगाई का सीधा बोझ आम को भुगतना पड़ेगा।
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भोपाल में यहां से आता है सामान
भोपाल में परचून (किराना), फल-सब्जी व अन्य खाद्य सामग्री की प्रतिदिन की खपत बहुत ज्यादा है। इसलिए दिल्ली, मुंबई व इंदौर से यह सामान ट्रांसपोर्ट के जरिए आता है। छत्तीसगढ़, बालाघाट से चावल, होशंगाबाद, सीहोर, विदिशा, बैतूल, छिंदवाड़ा आदि जिलों से फल-सब्जी, इंदौर से दाल, शक्कर, नमक समेत अन्य किराना सामान आता है। कार, बाइक, ऑटो पॉट्स, इलेक्ट्रानिक आयटम, कपड़ा, निर्माण कार्य की सामग्री भी बड़ी मात्रा में लाई जाती है। बेंगलुरू, कोलकाता सहित गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, कर्नाटक, उप्र, असम आदि राज्यों से भी गाड़ियां आती-जाती हैं।
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डीजल के दाम में ऐसी आग
– 78.98 रुपये भोपाल में एक लीटर डीजल की कीमत
– 11 लाख लीटर डीजल की खपत एक दिन में
– 10.12 रुपये जून में महंगा हुआ डीजल
ये भी जानें
– 700 से अधिक ट्रांसपोर्ट भोपाल में
– 10000 से अधिक ट्रक, ट्रॉले, कंटेनर, डंपर व अन्य लोडिंग वाहन
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… तो इतना बढ़ेगा भाड़े का बोझ
हर्ष ट्रांसपोर्ट के मैनेजर सलीमउद्दीन बताते हैं कि जून में डीजल के दाम तेजी से बढ़े हैं। इस कारण भाड़े में भी 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के तौर पर यदि 200 किमी के दायरे में ट्रक 10 टन माल लेकर जाता है तो भाड़ा 8-9 हजार रुपये लगता है। इसमें दो हजार रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
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इन कामों पर भी असर
– फसल की लागत भी बढ़ जाएगी, क्योंकि खेत जोतने से लेकर खरपतवार हटाने, फसल की कटाई आदि में ट्रैक्टर व हार्वेस्टर का उपयोग किया जाता है।
– निर्माण कार्यों में ट्रक, ट्रॉले, ट्रैक्टर, जेसीबी, पोकलेन आदि डीजल से चलने वाले वाहनों का उपयोग किया जाता है। डीजल के दाम बढ़ने से इन पर भी अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।
– डीजल के चारपहिया वाहन चलाने वालों पर भी आर्थिक बोझ बढ़ेगा। आने वाले समय में इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर समेत मप्र व अन्य राज्यों में भोपाल से आने-जाने वालीं टैक्सी का किराया भी बढ़ सकता है।