
Rohit Sharma, India vs Australia 4th test: बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का चौथा मुक़ाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान पैट कमिंस के ऑलराउंड प्रदर्शन की मदद से भारत को 184 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है और अब वह यहां से सीरीज नहीं हार सकता है।
हार का मुख्य कारण बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन और घटिया फील्डिंग रही। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप रहे। वहीं मुसीबत में ऋषभ पंत ने दोनों पारियों में लापरवाही दिखाई और गलत शॉट खेलते हुए आउट हो गए। जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा और एक समय जो मैच ड्रा की ओर बढ़ रहा था। उसमें भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा।
मैच के बाद रोहित ने पंत की बल्लेबाजी पर सवाल खड़े करते हुए नाराजगी व्यक्त की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए रोहित ने कहा कि विकेटकीपर-बल्लेबाज को खुद इस बात को समझना होगा और टीम के लिए चीजों को करने का सही तरीका पता लगाने की जरूरत है। हालांकि बॉक्सिंग डे टेस्ट की दोनों पारियों में रोहित खुद भी सस्ते में आउट हो गए थे।
रोहित शर्मा ने कहा, ''जब यशस्वी और पंत खेल रहे थे और दोनों के बीच अच्छी पार्ट्नर्शिप हो गई थी तब ड्रेसिंग रूम में टेंशन कम हो गई थी। ऐसा लगा कि हम मैच बचा लेंगे। उसके बाद पंत आउट हुए और मैच का रंग रूप बदल गया। ऋषभ पंत को ये समझना होगा कि मैच का हालात कैसा है और उस हिसाब से उन्हें बैटिंग करनी होगी। वो अब अनुभवी खिलाड़ी हैं इसलिए उन्हें जिम्मेदार बनने की जरूरत है।''
पांचवें दिन चायकाल के बाद पंत ने ट्रेविस हेड की गेंद पर डीप मिड-विकेट पर पुल शॉट को गलत तरीके से खेला और 104 गेंदों पर 30 रन बनाकर आउट हो गए। उनके आउट होने से भारत की टीम 340 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 155 रनों पर ढेर हो गई।
रोहित शर्मा ने कहा, 'आज के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई। हम सभी निराश हैं। लेकिन ऋषभ पंत को यह समझने की ज़रूरत है कि हममें से किसी को भी उसे बताने से ज़्यादा खुद से क्या चाहिए। यह उसके बारे में है कि वह समझे और यह पता लगाए कि इसके लिए सही तरीका क्या है। अतीत में, उसने जो किया, उससे हमें बहुत सफलता मिली है। इसलिए एक कप्तान के तौर पर, इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया है।'
भारतीय कप्तान ने कहा, "कभी-कभी आप उनके खेलने के तरीके के बारे में सोचना चाहते हैं, यह सभी को निराश करता है। यही सच्चाई है। इसमें सफलता और विफलता के बीच संतुलन बनाने की ज़रूरत है। पहले उन्हें ऐसे बल्लेबाजी करते हुए सफलता मिली है। ऐसे में कप्तान के तौर पर बातचीत करना मुश्किल है।'
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "लेकिन यह उनके लिए यह पता लगाने के बारे में है कि चीजों को करने का सही तरीका क्या है, यह परिस्थितियों के बारे में भी है। खेल की कुछ स्थितियों में, अगर जोखिम का खतरा है, तो क्या आप वह जोखिम लेना चाहते हैं? क्या आप विपक्षी टीम को खेल में वापस आने देना चाहते हैं? ये वो चीजें हैं जिन्हें उन्हें खुद ही पता लगाने की जरूरत है।"
रोहित ने कहा, "मैं ऋषभ को लंबे समय से जानता हूं और उनके क्रिकेट को भी समझता हूं, मैं यह नहीं कह सकता कि मैंने उनसे बात नहीं की है या उन्हें समझ नहीं आता कि इस पद की क्या अपेक्षा है। वह इसे समझते हैं। लेकिन वह जो चीजें करते हैं, उनसे उन्हें परिणाम भी मिलते हैं, बस उन्हें उन चीजों को न करने के लिए कहना या उन्हें उन चीजों को करने के लिए कहना, इन दोनों के बीच एक महीन रेखा है।"
Published on:
30 Dec 2024 03:34 pm
बड़ी खबरें
View Allक्रिकेट
खेल
ट्रेंडिंग
