
Air India Plane Crash (Photo-IANS)
Air India Plane Crash: 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने ने भारतीय विमानन उद्योग को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे के बाद भारत के विमानन नियामक ने सोमवार को देश की सभी एयरलाइनों को 21 जुलाई तक 787, 747 और 737 मॉडल सहित बोइंग विमानों के ईंधन स्विचों की जांच करने का आदेश दिया है, ताकि उनके लॉकिंग तंत्र में खराबी की जांच की जा सके।
डीजीसीए ने कहा कि कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों ने पहले ही अपने बेड़े का निरीक्षण शुरू कर दिया है। दरअसल, DGCA का यह आदेश विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की 12 जुलाई को जारी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर आधारित है।
डीजीसीए के आदेश में कहा कि प्रभावित विमान के सभी एयरलाइन ऑपरेटरों को सलाह दी जाती है कि वे 17 दिसंबर 2018 को जारी एसएआईबी के तहत आवश्यक निरीक्षण 21 जुलाई 2025 से पहले पूरा कर लें। आदेश में आगे कहा कि निरीक्षण योजना और निरीक्षण पूरा होने के बाद रिपोर्ट संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को सूचित करते हुए इस कार्यालय को प्रस्तुत की जाएगी।
एएआईबी की रिपोर्ट में बताया गया कि उड़ान के दौरान दोनों इंजनों के ईंधन स्विच एक सेकंड के अंतराल में "रन" से "कट-ऑफ" स्थिति में चले गए, जिसके कारण विमान ने ऊंचाई खो दी और वह बीजे मेडिकल कॉलेज के एक छात्रावास में जा गिरा। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग में पायलटों के बीच इस स्विच के बदलाव को लेकर भ्रम की स्थिति भी सामने आई, जहां एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने स्विच क्यों बंद किया, जिसका जवाब था कि उसने ऐसा नहीं किया।
बता दें कि रिपोर्ट में 2018 के संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) के एक परामर्श का हवाला दिया गया है, जिसमें कई बोइंग मॉडलों के संचालकों को ईंधन कटऑफ स्विच के लॉकिंग फ़ीचर की जांच करने की सिफ़ारिश की गई थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह गलती से हिल न जाए।
Published on:
14 Jul 2025 09:06 pm
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