
तमिलनाडु में एनडीए की सहयोगी अन्नाद्रमुक (AIADMK) ने रविवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपने दो प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। उसके इस निर्णय से सहयोगी दल डीएमडीके (DMDK) नाराज है। डीएमडीके महासचिव ने कहा कि अन्नाद्रमुक ने अपने वादे को साल भर के लिए टाला है तो हम भी गठबंधन को लेकर निर्णय अगले साल यानी 2026 में करेंगे। बता दें कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में मतों के बिखराव से डीएमके को होने वाले संभावित फायदे को रोकने के लिए अन्नाद्रमुक की अगुवाई में मजबूत गठबंधन कायम रखने की कोशिश में है।अन्नाद्रमुक महासचिव ईके पलनीस्वामी ने रविवार को पूर्व विधायकों आइएस इन्बदुरै और एम. धनपाल को 19 जून को होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों के लिए पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है।
पार्टी के उप महासचिव केपी मुनुसामी ने एक संक्षिप्त मीडिया बातचीत में कहा कि इन्बदुरै और धनपाल को एआईएडीएमके की ओर से द्विवार्षिक चुनावों में मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि डीएमडीके, एआईएडीएमके गठबंधन का हिस्सा बनी हुई है और पार्टी ने डीएमडीके को 2026 में राज्यसभा सीटें देने का आश्वासन दिया है। मुनुसामी ने कहा, "हम उनके (डीएमडीके) साथ निर्णय की पुष्टि करने के बाद ही यह घोषणा कर रहे हैं।"उन्होंने एआईएडीएमके के लिए दो सीटें बरकरार रखने के बारे में एक सवाल का जवाब दिया कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले राज्यसभा सीट आवंटन के संबंध में अपने सहयोगी डीएमडीके के साथ पहले ही समझौता हो चुका है और उसी तर्ज पर अब निर्णय किया गया है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि पलनीस्वामी ने शुक्रवार को ग्रीनवेज रोड स्थित कैंप कार्यालय में एक घंटे की बैठक के दौरान डीएमडीके कोषाध्यक्ष केएल सुदीश को आश्वस्त किया कि एआईएडीएमके 2026 में राज्यसभा सीट आवंटित करने के अपने वादे को निभाएगी। एक पार्टी नेता के अनुसार "हमारे नेता ने पार्टी के लिए दो सीटें और विधानसभा के लिए डीएमडीके के साथ गठबंधन को बरकरार रखकर चतुराई से काम किया है। उन्हें अगले साल अप्रेल में खाली होने वाली सात आरएस सीटों में से एक मिलेगी।"
चूंकि अन्नाद्रमुक ने पहले ही प्रमुख समुदायों के उम्मीदवारों को राज्यसभा में अवसर दे दिए थे, इसलिए उसने सामाजिक और चुनावी गणित को ध्यान में रखते हुए अनुसूचित जाति समुदाय से धनपाल और तिरुनेलवेली जिले के ईसाई नाडार और पार्टी के राज्य कानूनी विंग के महासचिव इन्बदुरै को चुना है। इन्बदुरै के चयन ने अल्पसंख्यक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित किया है। पार्टी के चुनाव चिन्ह समेत अन्य मसलों को लेकर पार्टी की कानूनी जंग में इन्बदुरै का रोल अहम है।----
प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के राज्यसभा सीट देने के वादे को अगले साल तक टाल देने से देशिय मुरपोक्क द्रविड़ कषगम (डीएमडीके) की महासचिव प्रेमलता विजयकांत खासी नाराज हैं। उन्होंने तेवर दिखाते हुए कहा कि हम भी गठबंधन पर अंतिम निर्णय जनवरी 2026 में करेंगे। अन्नाद्रमुक के राज्यसभा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद उनकी इस प्रतिक्रिया ने सियासी बहस छेड़ दी है। वे इतने दिनों से यही दावा कर रही थी कि अन्नाद्रमुक की ओर से पार्टी को एक सीट दी जाएगी।कोयम्बेडु में पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए, प्रेमलता ने कहा, "2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान, अन्नाद्रमुक ने हमें 5 लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट आवंटित करने का लिखित वादा किया था। ईपीएस ने हमें यह आश्वासन दिया था। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि राज्यसभा सीट कब आवंटित की जाएगी? अब वे कहते हैं कि यह 2026 में होगा। गठबंधन में घोषणा अगुवाई करने वाली पार्टी ही करती है, यह उसका कर्तव्य है।
प्रेमलता ने गंभीरता से कहा कि "अब जब अन्नाद्रमुक ने अपनी स्थिति बता दी है, तो डीएमडीके भी 2026 में विधानसभा चुनावों से पहले अपना कर्तव्य पूरा करेगी। हम 9 जनवरी 2026 को कडलूर में अपनी पार्टी के राज्य सम्मेलन के दौरान गठबंधन के फैसले की घोषणा करेंगे।"उन्होंने कहा कि डीएमडीके अगले छह महीनों में गठबंधन का कोई भी फैसला लेने से पहले अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
प्रेमलता ने दिवंगत डीएमडीके संस्थापक 'कैप्टन' विजयकांत के लिए शोक प्रस्ताव पारित करने के लिए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और डीएमके का आभार भी व्यक्त किया।
Updated on:
01 Jun 2025 05:18 pm
Published on:
01 Jun 2025 05:17 pm
बड़ी खबरें
View Allसमाचार
ट्रेंडिंग
