अहमदाबाद विमान हादसा (Ahmedabad Plane Crash) दुनिया के सबसे भीषण विमान हादसों में से एक था। भारत (India) ही नहीं, पूरी दुनिया को इस हादसे ने झकझोर कर रख दिया। 12 जून को एयर इंडिया (Air India) का बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। हालांकि टेकऑफ के कुछ ही देर बाद विमान हादसे का शिकार हो गया और एयरपोर्ट के पास एक मेडिकल हॉस्टल में जाकर क्रैश हो गया। इस दुर्घटना की वजह से विमान में तो आगे लगी और नष्ट हुआ ही, साथ ही मेडिकल हॉस्टल को भी काफी नुकसान पहुंचा। अहमदाबाद विमान हादसे में 279 लोगों की मौत हो गई। विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोग इस विमान हादसे में मारे गए और जिस मेडिकल हॉस्टल से विमान की टक्कर हुई, उसके 38 लोगों ने भी अपनी जान गंवा दी। हालांकि विमान में सवार एक शख्स इस दर्दनाक हादसे में ज़िंदा बच गया।
अहमदाबाद विमान हादसे में ज़िंदा बचने वाले शख्स का नाम विश्वास कुमार रमेश (Vishwash Kumar Ramesh) है, जिसकी जान विमान में सीट नंबर 11A पर बैठने से बच गई। यह एक करिश्मा ही था कि इस भीषण हादसे में विश्वास की जान बच गई।
अहमदाबाद विमान हादसे में 11A सीट की वजह से विश्वास की जान का बचना ऐसा पहला मौका नहीं था जब इस सीट ने प्लेन क्रैश में एक यात्री की जान बचाई है। 27 साल पहले भी ऐसा करिश्मा हो चुका है। 11 दिसंबर, 1998 को थाईलैंड (Thailand) के सूरत थानी (Surat Thani) प्रांत के फुनफिन (Phunphin) जिले में एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान विमान क्रैश हो गया था। विमान में 146 लोग थे, जिनमें से 101 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी। 45 लोग इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, लेकिन किसी तरह बच गए। इस हादसे में रुआंगसाक लोयचुसाक (Ruangsak Loychusak) की जान भी बच गई थी। संयोग की बात है कि रुआंगसाक भी हादसे के समय सीट नंबर 11A पर ही बैठे हुए थे।
Updated on:
19 Jun 2025 03:30 pm
Published on:
19 Jun 2025 02:24 pm