
नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान 'वायु' को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि यह गुरुवार को गुजरात के तटीय क्षेत्र से नहीं टकराएगा। हालांकि खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। चक्रवात के कारण वेरावल, पोरबंदर, द्वारका इलाकों में भारी आंधी और बारिश होगी। चक्रवात को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 9 और ट्रेनें निरस्त कर दी हैं। जबकि सावधानी बरतते हुए 4 अन्य ट्रेनों को आंशिक रूप से रोक दिया गया है।
वहीं, वायु चक्रवात को लेकर पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी लगातार अपडेट ले रहे हैं। SCO बैठक में शामिल होने के लिए बिश्केक पहुंचते ही पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से संपर्क कर चक्रवात वायु को लेकर जारी तैयारियों का जायजा लिया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी नौसेना और कोस्ट गार्ड के अधिकारियों से संपर्क कर इस चक्रवात की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें हर स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
गुजरात सरकार ने किए पुख्ता इंतजाम
तूफान से राहत और बचाव के लिए राज्य सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हैंं। एनडीआरएफ, पुलिस, सेना, वायुसेना और नौसेना की ओर से संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात के चलते 150 से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवाएं चलने की संभावना है। इसके कारण समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने और भारी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है।
कई ट्रेनें रद्द, एयरपोर्ट भी बंद
चक्रवात वायु के कारण 110 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। चक्रवात को ध्यान में रखते हुए पश्चिमी रेलवे ने बड़ा कदम उठाते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। जबकि कई ट्रेनों के रूट बदल दिए गए हैं। इसके साथ ही 5 एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही को बुधवार रात से गुरुवार आधी रात तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से आए बयान के अनुसार पोरबंदर, दीव, भावनगर, केशोद और कांडला एयरपोर्ट पर विमानों का संचालन बंद रखा गया है।
135-160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार
भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया कि चक्रवाती तूफान वायु गुजरात से नहीं टकराएगा। यह वेरावल, पोरबंदर, द्वारका को छूकर निकल जाएगा। इसका असर तटीय क्षेत्रों पर दिखेगा। हवाओं की तेज गति के साथ भारी बारिश होगी।
हेल्पलाइन नंबर जारी
लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। एनडीआरएफ का हेल्पलाइन नंबर- 91-9711077372 है। तूफान प्रभावित जिलों के लिए हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं-
- जामनगर कंट्रोल रूम नंबर- 0288-2553404
- द्वारका कंट्रोल रूम नंबर- 02833-232125
- पोरबंदर कंट्रोल रूम नंबर- 0286-2220800
- दाहोद कंट्रोल रूम नंबर- 02673-239277
- नवसारी कंट्रोल रूम नंबर- 02637-259401
- पंचमहल कंट्रोल रूम नंबर- 02672242536
- छोटा उदयपुर कंट्रोल रूम नंबर- 02669233021
- कच्छ कंट्रोल रूम नंबर- 02832-250080
- राजकोट कंट्रोल रूम नंबर- 0281-2471573
- अरावली कंट्रोल रूम नंबर- 02774250221
2 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के तटीय जिलों से लगभग 2 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और दो विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है। चक्रवाती तूफान वायु के राज्य में दस्तक देने के साथ इसकी रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा से ज्यादा होने की संभावना है।
सरकार ने गुजरात के तटीय इलाकों के 500 गांवों को खाली कराया है। 10 हजार पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। गुजरात के कई जिलों में स्कूलों को दो दिन के लिए बंद रखा गया है, जबकि सरकारी अफसरों को छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
मुंबई में 2 जगहों पर, 1 की मौत, 3 घायल
यहां शहर और उपनगर में होर्डिग गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में एक वरिष्ठ नागरिक की मौत हो गई और तीन महिलाएं घायल हो गईं। बीएमसी आपदा नियंत्रण के अनुसार चर्चगेट स्टेशन के बाहर एक सीमेंट होर्डिग शीट तेज हवाओं के चलते उखड़ गई और राहगीर के उपर गिर गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना बुधवार अपराह्न् 12.45 बजे हुई, जब एक भारी होर्डिग अचानक राहगीर मधुकर अप्पा नार्वेकर (62) पर गिर गई। उन्हें छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के समीप जी.टी. अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
दूसरी घटना में, बांद्रा के बाहर एक भारी एक्रीलिक होर्डिग से एक स्काइवाक उखड़ गया और तीन महिला राहगीरों के उपर गिर गया। घटना अपराह्न् 1.30 बजे के आसपास की है।
मुंबई और आसपास के स्थानों पर तेज हवा
तीनों घायलों की पहचान तेजल कदम (27), मलिसा नजारेथ (30), सुलक्षणा वाजे (41) के रूप में हुई है। इन्हें होली फैमिली अस्पताल ले जाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।
बीते तीन दिनों से, अरब सागर में चक्रवाती तूफान की स्थितियां बनने की वजह से मुंबई और आसपास के स्थानों पर तेज हवा और बारिश से अबतक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है।
करीब 4000 करोड़ का नुकसान
वायु चक्रवात के मददेनजर गुजरात के राजकोट में विभिन्न समूहों द्वारा भोजन के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। सरकार के अधिकारियों के निर्देशानुसार भोजन के पैकेट राज्य के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में भेजे जाएंगे।
गौरतलब है कि 1967 से अब तक कुल 121 बार चक्रवाती तूफान आए हैं। जबकि सबसे अधिक चक्रवाती तूफान 2018 में आए। केवल चक्रवाती तूफान से पिछले साल 343 लोगों की मौत हुई और करीब 4000 करोड़ का नुकसान हुआ है।
Updated on:
13 Jun 2019 05:53 pm
Published on:
13 Jun 2019 09:02 am
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