विदित हो कि विक्रोली के टैगोर नगर में ग्रुप नंबर 1 से 8 म्हाडा की बैठी चॉल में अवैध अस्पताल का मामला सामने आया है। मोदी जनरल हॉस्पिटल आईसीसीयू, शुश्रूषा अस्पताल जैसे दर्जनों अस्पताल ग्राउंड प्लस तीन मंजिला इमारत के बनाए गए हैं। टागोर नगर ग्रुप नं. 1, 2, 3, 4, 6, 7, 8 में जी+2 के रहीवाशी रूम को हॉस्पिटल बनाया गया है। म्हाडा और इलेक्ट्रिक लाइन हाई पावर के रिज़र्व जमीन पर अवैध गैराज, सर्विस सेंटर बना लिए गए और नाले को कवर कर अवैध झोपड़पट्टी भी बना दी गई है। म्हाडा, मनपा कलेक्टर, स्थानीय पुलिस, नगर सेवक, जन प्रतिनिधि सब मौन हैं, जबकि हाई पावर लाइन से कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता है।
सन 1962 से 1971 के दौरान विक्रोली पूर्व स्थित म्हाडा की जमीन पर 225 से 250 स्क्वायर फुट जमीन पर ट्रांजिट कैम्प बनाए गए थे। साथ ही अलग बाजार भी बनाया गया था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, लोग म्हाडा की बची जमीन पर कब्जा कर बिना किसी प्लान के दो से चार मंजिला कॉर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। वहीं म्हाडा के अधिकारियों से साठगांठ कर यहां पर अनेक अवैध अस्पताल, कॉलेज, गैरेज, गाड़ियों के शो रूम, राजनीति पार्टी व सांस्कृतिक सामाजिक संस्थाओं के नाम पर अवैध कब्जा कर बिना किसी एनओसी व प्लान अवैध निर्माण धड़ल्ले से किए गए। अगर म्हाडा अधिकारी सजग रहते तो म्हाडा की करोड़ों की जमीन पर कब्जा न होता।
गौरतलब तलब है बृहनमुंबई महानगरपालिका इन अस्पतालों को अवैध बताती है। इसलिए अवैध निर्माण होने के चलते मनपा ने अभी तक फायर एनओसी नहीं दिया है। इन अस्पतालों में म्हाडा से किसी प्रकार का किराया व बिक्री और न ही किसी प्रकार का कोई एग्रीमेंट ही किया गया है। फिर भी शिकायत के बावजूद इन अवैध निर्माणों पर धड़ल्ले से अस्पताल व अन्य कॉर्शियल कार्य हो रहे हैं।
टैगोर नगर में अस्पतालों की जानकारी हमें मिली जरूर है, लेकिन सिर्फ अग्नि सुरक्षा एनओसी हमसे संबंधित है। स्वास्थ्य विभाग के लाइसेंस से जुड़ी जानकारी हमारे विभाग के अंतर्गत नहीं आती है। मिली शिकायत के अनुसार संबंधित अवैध अस्पतालों का जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
– संतोष धोंडे, मनपा सहायक आयुक्त, एस वार्ड
हमें विक्रोली में हुए अवैध निर्माण व अस्पतालों के बारे में जानकारी मिली है। हम इसकी जांच करते हुए जल्द ही कोई ठोस कदम उठाएंगे। इसके लिए पहले अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ नोटिस दी जाएगी, जबकि आगे संबंधित मामले पर कार्रवाई होगी।
– दिलीप गर्जे, उपमुख्य अभियंता, म्हाडा, कुर्ला विभाग
मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। म्हाडा के लैंड पर किसी भी तरह का कोई भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा। इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जांच में दोषी पाए जाने वालों पर एक्शन होना तय है।
– बी. राधाकृष्णन, सीओ, मुंबई बोर्ड म्हाडा