
Operation Sindoor: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने उस दिन निहत्थे नागरिकों को निशाना बनाते हुए 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली थी। इस हमले ने सिर्फ घाटी ही नहीं, पूरे भारत को गहरे शोक और आक्रोश में डुबो दिया। शहीदों के परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई थी और आज, 15 दिन बाद, भारतीय सेना ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत वह न्याय सुनिश्चित किया।
बुधवार तड़के भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर करारा जवाब दिया। इस सर्जिकल ऑपरेशन में बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, सवाई, बिलाल कैंप समेत 9 बड़े आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। 90 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। यह ऑपरेशन एक सटीक और शक्तिशाली सैन्य प्रतिक्रिया थी, जिसका मकसद आतंक की जड़ को नष्ट करना था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना की इस कार्रवाई को देशभर में सराहा जा रहा है। सबसे भावुक प्रतिक्रिया उन शहीद परिवारों की रही, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया।
उत्तर प्रदेश के निवासी शुभम द्विवेदी पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। उनकी पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने भावुक होकर कहा, मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे पूरे परिवार को उन पर भरोसा था और उन्होंने जो जवाब दिया, उसने हमारे विश्वास को और मजबूत किया है। यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। मुझे विश्वास है कि जहां भी होंगे, उन्हें अब शांति मिली होगी।
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने भी भारतीय सेना और सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, सेना को सलाम, पीएम मोदी को धन्यवाद। पहलगाम हमले के पीड़ितों के रिश्तेदारों ने पाक आतंकी ढांचे पर भारत के हमले की सराहना की है। ये कार्रवाई हमारे दिलों को सुकून देने वाली है।
कर्नाटक के शिवमोगा निवासी मंजूनाथ राव भी हमले में शहीद हुए थे। उनकी मां सुमति ने कहा, मेरे बेटे का बलिदान व्यर्थ नहीं गया। हमें उम्मीद थी कि पीएम मोदी उचित कार्रवाई करेंगे और उन्होंने वैसा ही किया। ऑपरेशन सिंदूर इस कार्यवाही के लिए बिल्कुल उपयुक्त नाम है।
हरियाणा के करनाल निवासी और भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी पहलगाम हमले में शहीद हुए थे। उनकी मां आशा नरवाल ने कहा, मोदी साहब ने जो बदला लिया है, मैं उनके साथ हूं। सेना के जवानों को मेरा यही संदेश है कि वे आगे भी ऐसे ही आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते रहें। इस कार्रवाई से हमें बहुत सुकून मिला है।
गुजरात के भावनगर से सुमित परमार और उनके बेटे यतीश परमार, दोनों इस हमले में शहीद हो गए थे। यतीश के भतीजे ने कहा, घटना के 15 दिन बाद सेना ने जो जवाब दिया है, उस पर गर्व है। भारतीय सेना और पीएम मोदी ने वही किया जो उन्होंने कहा था। इससे हमें भरोसा और बल मिला है।
भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर को अब एक ऐतिहासिक और निर्णायक कदम माना जा रहा है। न केवल यह एक सैन्य जीत है, बल्कि यह उन परिवारों को भी न्याय देने की पहल है जिन्होंने अपनों को खोया। यह कार्रवाई यह भी संदेश देती है कि भारत अब आतंक के किसी भी हमले को चुपचाप सहन नहीं करेगा।
देश की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता, आतंकियों को उनके घर में घुसकर जवाब देने की रणनीति और शहीदों के सम्मान में उठाया गया यह कदम - ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आने वाले वर्षों तक आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति का प्रतीक बना रहेगा।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए संतोष जगदाले की पत्नी प्रगति जगदाले की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। जगदाले ने कहा कि आतंकवादियों ने जिस तरह हमारी बेटियों का सिंदूर मिटाया, उसके बाद यह करारा जवाब है। इस ऑपरेशन का नाम सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने मोदी सरकार का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है।
करनाल (हरियाणा): पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए विनय नरवाल की मां आशा ने Operation Sindoor पर कहा कि ये बहुत ही अच्छी बात है कि जो पीएम मोदी ने बदला लिया है मैं उनके साथ हूं, जनता और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है। सेना के जवानों को मैं संदेश देना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें और ऐसे ही बदला लेते रहें कि ऐसी घटना दोबारा न घटे।
Updated on:
07 May 2025 10:52 am
Published on:
07 May 2025 10:17 am
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