
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पूर्व विधायक और राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच सरकार से तीखा सवाल पूछा है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें 28 निर्दोष नागरिकों की जान गई, पठान ने सरकार से सवाल किया कि क्या इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी पकड़े गए हैं। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि मजहब के नाम पर हत्या करने वाले आतंकियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
पठान ने अपने बयान में कहा, "पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद भारत में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पहलगाम हमले के दोषियों को पकड़ा गया है या नहीं। देश की जनता जवाब चाहती है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता और इसे जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस मुद्दे पर मुखर रहे हैं और उन्होंने पाकिस्तान को "नाकाम मुल्क" करार देते हुए आतंकवादी संगठन 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' (TRF) को वैश्विक स्तर पर आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की है।
पठान ने अपने बयान में सरकार से यह भी पूछा कि क्या सीमा पार से आने वाले आतंकियों को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "जब तक आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक देश की सुरक्षा खतरे में रहेगी।" इस बीच, सरकार की ओर से अभी तक इस सवाल पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पहलगाम हमले के बाद सेना और सुरक्षा बलों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है, लेकिन आतंकियों के पकड़े जाने की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
Published on:
11 May 2025 11:18 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
